मुजफ्फरनगर। जनपद के गांव खुब्बापुर के बहुचर्चित स्कूल थप्पड कांड की जांच अब मेरठ आईजी करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब सरकार ने यह कदम उठाया है, जिसके चलते आरोपी शिक्षिका की मुश्किलें बढ सकती हैं।

मुजफ्फरनगर के गांव खुब्बापुर में स्थित एक निजी स्‍कूल की शिक्षिका द्वारा एक मुस्लिम छात्र को पहाड़ा न सुना पाने पर दूसरे बच्‍चों से थप्‍पड़ लगवाने और इस दौरान आपत्तिजनक बातें करने के मामले की जांच अब मेरठ के आईजी करेंगे। तुषार गांधी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देश के आधार पर शासन ने उन्‍हें जांच सौंपी है।

बता दें कि यह मामला मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर गांव का है। आरोप लगा था कि नेहा पब्लिक स्‍कूल की टीचर ने एक मुस्लिम छात्र को दूसरे बच्‍चों से थप्‍पड़ लगवाए।

इसका एक कथित वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद मामले में काफी तूल पकड़ लिया था। इस मामले में छात्र के परिवारीजनों ने शिक्षिका के खिलाफ केस दर्ज कराया था।

बात में पता चला कि आरोपी शिक्षि‍का दिव्‍यांग हैं। वह और उनके पति मिलकर स्‍कूल का संचालन करते हैं। प्रशासन ने इस मामले की अपने स्‍तर से जांच कराकर कार्रवाई की बात कही थी। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शासन ने मेरठ के आईजी को जांच अधिकारी नामित किया है।

जिस बच्‍चे के साथ थप्‍पड़ लगवाने की घटना हुई थी उसकी उम्र आठ वर्ष है। वह दो साल से इस स्‍कूल में पढ़ता था। मामला सामने आने के बाद इस पर सियासत भी शुरू हो गई थी। कई बड़े नेताओं ने घटना की आलोचना करते हुए बच्‍चे की पढ़ाई-लिखाई का जिम्‍मा उठाने की पेशकश की थी।

उधर, इस मामले को लेकर तुषार गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उत्‍तर प्रदेश शासन किसी वरिष्‍ठ आईपीएस अधिकारी से मामले की जांच कराने का आदेश दिया था। शुक्रवार की देर रात शासन ने मामले की जांच के लिए आईजी के मेरठ को नामित कर दिया।