नई दिल्ली. होली से एक दिन पहले होलिका दहन मनाया जाता है, जो इस साल 7 मार्च को पड़ रहा है. इस दिन लोग पूजा-पाठ करते हैं और भगवान को भोग चढ़ाया जाता है. ज्यादातर लोग होलिका दहन की थाली में प्रसाद के तौर पर लड्डू, मिठाई बनाते हैं, लेकिन इस बार आप घर पर खीर तैयार करने भगवान भोलेनाथ को भोग लगाएं. हो सकता है महादेव खुद होकर आपके ऊपर कृपा बरसाने लगे. आइए जानें स्पेशल खीर बनाने के रेसिपी.

चावल की खीर बनाने के लिए आपको 1 लीटर दूध, आधा कप चावल, 1 कप चीनी, 10-15 किशमिश, 3 हरी इलायची, 2 चम्मच घी और 10-12 बादाम और काजू (कटे हुए). सबसे पहले चावल को 15 मिनट के लिए पानी में भिगोकर रख दे. फिर चावल से पानी अलग करके एक पतीले में डाल दें. आपको इसे घी में थोड़ा रोस्ट करना पड़ेगा. फिर चावल को एक प्लेट में निकाल लें. पतीले में दूध डालकर 10 से 15 मिनट के लिए तेज आंच पर उबालें. जब दूध आधा हो जाए तो इसमें चीनी, इलायची, चावल आदि डाल दें और चलाते हुए 10 मिनट तक पकाएं. फिर गैस बंद करके उसमें मावा डाल दें और ठंडा होने दें. अब आपकी चावल की खीर तैयार है.

मखाने की खीर सबको बेहद पसंद आती है. इसके लिए आपको एक लीटर दूध, 2 कप मखाने, 8-10 काजू, 10-11 पिस्ता, 10-12 किशमिश, 5-6 इलाइची, 50 ग्राम खोया, 10-12 बादाम, 100 ग्राम चीनी जरूरत पड़ेगी. मखाने की खीर बनाने के लिए सबसे पहले मखाने हल्का सा रोस्ट कर लें. फिर सभी मावा को छोटा-छोटा काट लें. आप चाहें तो इलायची का पाउडर भी यूज कर सकते हैं. इसके बार एक पतीले में दूध गर्म करें. जब दूध उबलने लगे तो इसमें इलायची पाउडर, ड्राई फ्रूट्स और रोस्टेड मसाले डालकर पकाएं. कुछ देर बार चीनी डालकर अच्छी तरह से उबलने दें. जब दूध उबल जाए तो इसमें खोया मिला दें. कुछ देर में खोया अच्छे से दूध में घुल जाएगा. अब आपकी मखाने की खीर तैयार है.

साबूदाने की खीर बनाने के लिए 3 लीटर दूध, 1 कप साबूदाना (उबले हुए), 600 ग्राम चीनी, 2 कटोरी मेवा, 1 चम्मच इलायची पाउडर और 10-15 बादाम (गार्निशिंग के लिए) जरूरत पड़ेगी. सबसे पहले साबूदाने को धोकर 1 घंटे के लिए भिगोकर रख दें. अब एक पतीले में दूध निकालें और गैस पर रख दें. कुछ देर पकने के बाद दूध में साबूदाना डाल दें. लगातार चलाते हुए खीर को पका लें. जब दूध थोड़ा गाढ़ा हो जाए तो इसमें चीनी, इलायची पाउडर और मावा डाल दें. इसके बाद खीर को 10 मिनट और अच्छी तरह पकाएं. अब खीर को गैस से उतार लें और ठंडा होने परोसें.