नई दिल्ली। हिंदू धर्म में हर शुभ काम मुहूर्त के अनुसार किया जाता है. खासतौर पर कुछ अच्छे और महत्वपूर्ण काम तो शुभ मुहूर्त में ही किए जाते हैं. मुहूर्त निकालते समय ग्रह-नक्षत्रों की स्थितियां देखी जाती है. कुछ खास स्थितियां बनने पर 5 दिन के पंचक लगते हैं. पंचकों के दौरान शुभ कार्य करना वर्जित होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचक में शुभ कार्य नहीं करना है. इस बार अक्टूबर में पंचक दशहरे के अगले दिन 6 अक्टूबर से शुरू हो चुके हैं, जो 10 अक्टूबर 2022, सोमवार की शाम 4 बजकर 3 मिनट पर खत्म होंगे.
पंचक के दौरान नहीं करने चाहिए ये काम
– पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए. इससे यात्रा में नुकसान उठाना पड़ता है.
– पंचक में घर की छत नहीं डलवाना चाहिए. वरना घर में कलह होती है और धन हानि भी होती है.
– पंचक के दौरान चारपाई या पलंग ना ही खरीदना चाहिए और ना ही बनवाना चाहिए.
– पंचक के दौरान लकड़ी, कंडे या किसी भी प्रकार का ईंधन नहीं खरीदना चाहिए.
– यदि पंचक के दौरान किसी की मृत्यु हो जाए तो उसके शव के साथ आटे के 5 गोटे, पुतले या कुश के पुतले रखने चाहिए, ताकि पंचक दोष समाप्त हो जाए. वरना मान्यता है कि पंचक में किसी के मृत्यु होने पर परिवार में 5 लोगों के जीवन पर संकट आ सकता है. लंकापति रावण की मृत्यु भी पंचकों में ही हुई थी.
हालांकि पंचक के दौरान पूजा-पाठ किया जा सकता है. यदि पंचक के दौरान कुछ विशेष योग बनें, जैसे धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद तथा रेवती नक्षत्र तो यात्रा करने, मुंडन कार्य और व्यापार के अहम काम किए जा सकते हैं. इसके अलावा उत्तराभाद्रपद नक्षत्र वार के साथ मिलकर सर्वार्थ सिद्धि योग बने तो सगाई समारोह, विवाह, नया काम शुरू करने जैसे शुभ कार्य भी किए जा सकते हैं.