मेरठ। जिले में तीन दिनों से पेट्रोल पंपों पर छापेमारी हो रही है। रविवार को इसमें विराम दिया गया है। सोमवार से फिर से शुरू हो जाएगी। इस छापेमारी का मुख्य उद्देश्य है पेट्रोल पंपों पर मूलभूत सुविधाओं की जांच करना। पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल की उपलब्धता तो आवश्यक है ही। इसके साथ ही यहां पर वाहनों में हवा भरने की सुविधा होनी चाहिए। यात्रियों के लिए मूत्रालय होना चाहिए।
पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। आगजनी से निपटने के लिए रेत की बाल्टी आदि होना चाहिए। शहर और देहात क्षेत्र मिलाकर 11 पंपों की जांच हुई है। फिलहाल इन सब में कोई कमी नहीं पाई गई है। हालांकि अभी अभियान लगातार चल रहा है। जिस पंप पर सुविधाओं की कमी होगी उन पर कार्रवाई होगी। अगर आपके पेट्रोल पंप पर ऐसी सुविधा नहीं है तो तत्काल व्यवस्था कर लें। नहीं तो चालान जैसी कार्रवाई हो जाएगी। जिला पूर्ति अधिकारी राघवेंद्र सिंह का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में अभियान लगातार चलता रहेगा।
पेट्रोल पंप पर मूलभूत सुविधाएं जांचने के साथ ही मिलावट और घटतौली की भी जांच हो रही है। इसके लिए पूर्ति विभाग के साथ ही बांट माप विभाग व संबंधित पेट्रोलियम कंपनी के अधिकारी, प्रतिनिधि मौजूद रहते हैं।