नई दिल्ली. कई बार इंसान दिन-रात भरपूर मेहनत करता रहता है, फिर भी उसे उसकी मेहनत के मुताबिक उचित प्रतिफल नहीं मिलता. उसके परिवार में बीमारियों का अक्सर वास बना रहता है. घर के लोग लड़ते रहते हैं और परिवार आर्थिक संकट झेलता हैं. इन सब में इंसान की कोई गलती नहीं होती बल्कि यह घर के वास्तु दोष के कारण होता है. अगर आप भी ऐसी ही परिस्थिति से गुजर रहे हैं तो आज हम आपको इससे मुक्ति के 5 अचूक उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने घर को खुशियों से भर सकते हैं. आइए जानते हैं कि वे उपाय क्या हैं.

कई लोग घर के डेकोरेशन के नाम पर तरह-तरह के कांटेदार पौधे लगाने के शौकीन होते हैं. वास्तु शास्त्र की मानें तो कभी भी कांटेदार पौधे घर के अंदर या मुख्य द्वार के सामने नहीं लगाने चाहिए. ऐसा करना बहुत अशुभ माना गया है और इससे जीवन की राह में भी अनेक कांटे पैदा हो जाते हैं. इसलिए इस तरह के कांटेदार पौधों से आप दूरी ही बना लें तो बेहतर रहेगा.

अगर आपके घर के सामने बिजली का खंभा है तो उसे जल्द से जल्द हटवा दें. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के सामने बिजली के खंभे का होना वास्तु दोष का कारण बनता है. वह सकारात्मक ऊर्जा के घर में प्रवेश करने में बाधक बनता है. इसके चलते घर के लोगों में मनमुटाव और झगड़े बढ़ जाते हैं. जिससे घर में बिखराव की स्थिति आ जाती है.

वास्तु शास्त्र के मुताबिक आपका घर सामने से गुजर रही सड़क से हमेशा ऊंचा होना चाहिए. अगर आपका घर उस सड़क से नीचा पड़ जाता है तो उसमें नकारात्मक ऊर्जा का बसेरा बन जाता है. जिससे गृह क्लेश और आर्थिक तंगी परिवार को परेशान करने लगती है. इसलिए जब भी आप नया घर बनाएं तो कोशिश करें कि वह कई वर्षों तक किसी भी हाल में सामने वाली सड़क से नीचा न पड़े.

आप कभी भी अपने घर के सामने गंदा पानी जमा न होने दें. ऐसा न होने पर मां लक्ष्मी कभी भी उन घरों में अपना निवास नहीं बनाती. घर के आगे गंदा पानी भरा रहने से वहां पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है. जिससे परिवार हमेशा बीमारी और आर्थिक तंगी के दुष्चक्र से जूझता रहता है.

रोजाना सुबह घर की सफाई करके कूड़े को कूड़ेदान में डालना अच्छा माना जाता है लेकिन उसका कभी भी स्टॉक नहीं करना चाहिए. घर के द्वार के सामने कूड़े को रखना अशुभ माना जाता है. ऐसे घरों में मां लक्ष्मी कभी भी प्रवेश नहीं करती. इस तरह की स्थिति परिवार में दरिद्रता को निमंत्रण देती है. साथ ही घर में आर्थिक नुकसान, कलह और बीमारियां भी अपनी जगह बना लेती हैं.