नई दिल्ली. ज्योतिष शास्त्र में शनि को क्रूर ग्रह माना गया है. कहते हैं कि शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. अगर कोई व्यक्ति बुरे कर्म करता है तो शनिदेव शनि की दशा, साढ़े साती, ढैय्या के दौरान व्यक्ति को कष्ट देते हैं. वहीं, अच्छे कर्म करने वाले लोगों को रंक से राजा बना देते हैं. इसलिए ही शनि देव को न्याय का देवता भी कहते हैं.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रहों में शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है. इसलिए जब भी शनि का अशुभ प्रभाव व्यक्ति पर पड़ता है उसे काफी समय तक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. अगर आप चाहते हैं कि शनिदेव की टेढ़ी नजर आप पर न पड़े तो आपको अपने जीवन में कुछ कामों से दूरी बनानी पड़ेगी. वरना, ऐसे लोगों का जीवन शनिदेव कष्टों से भर देते हैं.

– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव झूठ बोलने वाले और धोखा देने वाले लोगों को बहुत कष्ट देते हैं. इसलिए अगर शनिदेव की टेढ़ी नजर से बचना है तो किसी से झूठ न बोलें और धोखा न दे.

– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुजुर्गों, असहाय लोगों का अनादर करने वाले लोगों को शनिदेव कभी नहीं बक्शते. ऐसे लोगों का जीवन शनिदेव परेशानियों से भर देते हैं.

– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बेवजह बैठ-बैठे पैर हिलाने वाले लोगों से शनिदेव नाराज हो जाते हैं. बेवजह पैर हिलाना शास्त्रों में अच्छा नहीं माना जाता.

– अगर आपको किचन में रात में झूठे बर्तन सिंक में छोड़ने की आदत है तो उसे तुरंत बदल लें. किचन में झूठे बर्तन नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं. इससे शनिदेव क्रोधित हो जाते हैं और उस घर के सदस्यों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पैसे उधार लेकर वापस नहीं करने वाले व्यक्ति को जीवन में शनि का प्रकोप झेलना पड़ता है. उसके जीवन में शनिदेव बहुत परेशानी खड़ी करते हैं.

– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव ऐसे व्यक्ति को कभी माफ नहीं करते जो व्यक्ति अन्न की बर्बादी करता है. हमेशा कोशिश करें कि उतना ही खाना लें इतना खा सकें.