शामली. गैंगस्टर के मुकदमे में हाईकोर्ट से जमानत पाकर 2 दिन पहले चित्रकूट जेल से रिहा हुए कैराना विधायक नाहिद हसन ने सोमवार को शपथ ली। शीतकालीन सत्र से पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने अपने विश्राम कक्ष में नाहिद हसन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नाहिद हसन ने विधायकी का चुनाव जेल से ही जीता था। जेल में निरुद्ध रहने के कारण वह शपथ भी नहीं ले पाए थे।
कैराना सीट से विधानसभा चुनाव 2022 जीतने वाले नाहिद हसन नामांकन से पूर्व ही 15 जनवरी को गैंगस्टर के मुकदमे में अरेस्ट हो गए थे। कोर्ट से जमानत खारिज होने पर उन्हें जिला जेल मुजफ्फरनगर भेज दिया गया था। इसके बाद 28 सितंबर को उन्हें चित्रकूट जेल शिफ्ट कर दिया गया था। अमानत में खयानत और धमकी के मामले में हाईकोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद नाहिद हसन ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने उक्त मुकदमे में अर्जी की सुनवाई करते नाहिद हसन को जमानत प्रदान कर दी थी। जिसके बाद 5 दिन पहले हाईकोर्ट से भी विधायक नाहिद हसन को गैंगस्टर के मुकदमे में जमानत प्रदान कर दी गई थी। जिससे चित्रकूट जेल से उनकी रिहाई का रास्ता साफा हो गया था। 3 दिसंबर की सुबह नाहिद हसन चित्रकूट जेल से रिहा हो गए थे।
3 दिसंबर को चित्रकूट जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद नाहिद हसन को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लखनऊ तलब किया था। नाहिद हसन चित्रकूट जेल से सीधे लखनऊ चले गए थे। उनके अधिवक्ता राशिद अली चौहान ने बताया कि नाहिद हसन ने सोमवार को विधानसभा पहुंचकर पद और गोपनीयता की शपथ ली। उन्होंने बताया कि विधायक नाहिद हसन को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने अपने रिटायरिंग रूम में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान विधायक आशु मलिक और उमर अली खां मौजूद रहे।