आगरा। परिवार परामर्श केंद्र से अजीब चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां पति अपनी पत्नी को भी नहीं छोड़ना चाहता न ही अपनी गर्लफ्रेंड को। काउंसलर के ज्यादा समझाने के बाद भी वह नहीं माना। बहुत कहने पर उसने अपने सप्ताह के सात दिनों का बंटवारा कर दिया। वह बोला, तीन दिन पत्नी और तीन दिन प्रेमिका के साथ बिताएंगे और एक दिन आजाद रहूंगा।

यह मामला आगरा के रकाबगंज थाना क्षेत्र का है। पति का कहना है कि वह पत्नी, प्रेमिका और मां सबके साथ समय बिताएगा। प्रेमिका ने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया, जबकि पत्नी ने सोचने के लिए सात दिन का समय मांगा है। शादी 10 साल पहले हुई थी। दोनों के तीन बच्चे भी हैं। पति प्राइवेट नौकरी करता है।

प्रेमिका का कहना है कि वह ढाई साल से लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद अपनाने से इनकार कर दिया। उसका एक बच्चा भी है। पति ने बताया कि पत्नी झगड़कर मायके चली गई थी, तब वह प्रेमिका के संपर्क में आयी। सब ठीक चल रहा था, विवाद कुछ समय पहले ही शुरू हुआ जब पत्नी ने प्रेमिका से संबंध खत्म करने की जिद की।

पत्नी का कहना है कि पति अपने घरवालों की ही बात मानता है। न खर्चे के लिए पैसे देता है और न ही कभी बाहर खाना खिलाने ले जाता है। उसके साथ आए दिन मारपीट करता है। बच्चों और उसका ठीक से ध्यान नहीं रखता। इससे वह मायके में रहकर बच्चों का पालन कर रही है। मामला जब परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा तो तीन काउंसिलिंग के बाद पति ने कहा पत्नी की बात सुनेंगे और हफ्ते में एक बार बाहर खाना खिलाने बाहर ले जाऊंगा, इस पर पत्नी राजी हो गयी और दोनों साथ रहने को राजी हो गए।