गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 2 सफाईकर्मियों की मौत के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. गाजियाबाद के खोड़ा थाना क्षेत्र में उस समय अफरा तफरी का माहौल बन गया जब सीवर की सफाई करने के लिए उतरे दो सफाईकर्मी जहरीली गैस की चपेट में आने से बेहोश हो गए. आनन-फानन में अन्य सफाईकर्मियों की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया. उन्हें दिल्ली के अस्पताल भेजा गया, जहां उपचार के दौरान दोनों की ही मौत हो गई.
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब सीवर की सफाई के दौरान हादसा हुआ हो. इससे पहले भी थाना नंदग्राम में सीवर की सफाई के दौरान पांच सफाईकर्मियों की मौत हो गयी थी. हालांकि उस दौरान सफाईकर्मियों ने सुरक्षा के किसी भी उपकरण का प्रयोग नहीं किया था. ऐसा ही मामला यहां भी देखने को मिला है, जहां सीवर की सफाई करने के लिए उतरे सफाईकर्मियों को नगर निगम द्वारा सुरक्षा के कोई साधन मुहैया नहीं कराए गए थे. जिसका खामियाजा दो सफाई कर्मियों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी .
बता दें कि खोड़ा थाना क्षेत्र के इलाके में सफाईकर्मी सुनील सफाई करने के लिए सीवर में उतरा. जहां जहरीली गैस के चलते उसकी चीख-पुकार सुनाई दी. जिसके बाद उसका साथी जिसका नाम भी सुनील था, वह उसे बचाने के लिए सीवर में उतरा. लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आने के बाद दोनों ही बेहोश हो गए. जिसकी जानकारी तुरंत नगर निगम को दी गई. जहां नगर निगम की टीम जेसीबी के साथ मौके पर पहुंची और सीवर को तोड़ने के बाद दोनों सफाईकर्मियों को बाहर निकाला.
नगर निगम द्वारा दोनों सफाईकर्मियों को बाहर निकालकर, दिल्ली के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया गया. जहां उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई. दोनों सफाईकर्मियों की मौत के बाद एक बार फिर सुरक्षा उपकरणों को लेकर नगर निगम पर सवालिया निशान उठ रहे हैं. सवाल ये है कि बिना सुरक्षा उपकरणों के सफाईकर्मियों को सीवर में क्यों उतारा गया. अब देखने वाली बात होगी कि पूरे मामले में नगर निगम द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है.