बूंदी. राजस्थान के बूंदी जिले में एक पिता ने ही अपनी बेटी का 15 लाख रुपये में सौदा कर डाला. उसके बाद खरीदार ने युवती को जिस्मफरोशी के घिनौने काम में धकेल दिया. उसने कई दिन तक युवती को अपने पास रखकर फिर आगे अपने दोस्त को बेच दिया. युवती के बयान के बाद पुलिस ने आरोपी पिता और युवती के पहले खरीदार को गिरफ्तार कर लिया है. पूरा मामला बूंदी के दबलाना थाना इलाके से जुड़ा हुआ है. पुलिस इस मामले की गहराई जांच में जुटी है. युवती को बहरहाल कोटा नारीशाला में भेजा गया है.
दबलाना थानाप्रभारी के रामेश्वर जाट ने बताया कि पीड़िता नाबालिग है. उसकी मां ने बीते 6 सितंबर को थाने आकर आधा दर्जन बदमाशों के खिलाफ बेटी के अपहरण का मामला दर्ज कराया था. उसके बाद हरकत में आई दबलाना पुलिस ने टीम बनाकर नाबालिग की तलाश शुरू की. पुलिस उसकी तलाश करते हुए महाराष्ट्र पहुंची. वहां पुलिस ने चिखली पुणे से युवती को बरामद कर लिया.
पुलिस ने बाद में पीड़िता से पूछताछ की. उसने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने उसे दो वर्ष पूर्व सवाईमाधोपुर निवासी शिवराज कंजर को 15 लाख रुपये में बेच दिया था. शिवराज कंजर ने 15 लाख रुपये की वसूली के लिए उसे जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया. उससे जबरन जिस्मफरोशी करवाई जाती. शंकर कंजर रोजना उसके पास 15 से 20 ग्राहक भेजने लगा. जिस्मफरोशी के लिए मना करने पर उससे मारपीट की जाती थी.
पीड़िता ने बताया कि उसके बाद आरोपी शिवराज ने उसे रामनगर निवासी अपने दोस्त संजय कंजर को बेच दिया. वह उससे महाराष्ट्र के चिखली पुणे में फिर जिस्मफरोशी का गंदा काम करवाने लग गया. पुलिस ने मुखबीर के जरिए प्राप्त हुई सूचना के आधार पर युवती को बरामद किया है. उसके बाद पुलिस ने आरोपी पिता और सवाईमाधोपुर निवासी शिवराज कंजर को गिरफ्तार कर लिया. बाद में पीड़िता को बूंदी बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया. वहां से उसे कोटा नारी शाला भिजवा दिया गया. पीड़िता काफी डरी और सहमी हुई है.