नोएडा। जिले के लोग शराब पीने के काफी शौकीन है। उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रोजाना 5 करोड़ की शराब बिक रही है। सबसे अधिक अंग्रेजी शराब की बिक्री है। जबकि बीयर और देशी शराब की बिक्री लगभग बराबर हो रही हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में जिले के लोगों ने 1851 करोड़ रुपये की शराब पी थी।

जिले में अंग्रेजी शराब की 141, देशी की 232 और बीयर की 140 दुकानें हैं। एक अप्रैल, 2023 से 31 मार्च, 2024 के बीच लोगों ने 1,13,20,254 लीट अंग्रेजी शराब खरीदी। जो 755 करोड़ की थी। रोजाना औसतन 31,014 लीटर शराब खरीदी है। जिस पर लोगों ने 2.06 करोड़ की लूटाए हैं। इसके बाद शराब के शौकिनों ने देशी शराब पर पैसा खर्च किया है। एक साल में लोगों ने 557 करोड़ रुपये खर्च कर 2,16,79,192 लीटर देशी शराब खरीदी हैं। यानि रोजाना 1.52 करोड़ रुपये खर्च किया गया। वहीं पिछले वर्ष 4,49,46,322 केन खरीदी गई। जो 539 करोड़ की हैं। लोगों ने औसतन 1.47 करोड़ की बीयर रोजाना खरीदी है। रोजाना औसतन 1.23 लाख केन बीयर की खरीदी गई है। एक साल में जिले के लोगों ने शराब पर 1851 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। आबकारी विभाग को शराब की बिक्री और अन्य कार्रवाई से 1974 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था।

गौतमबुद्ध नगर में भांग के शौकी भी कम नहीं है। हर वर्ष एक हजार किग्रा से अधिक भांग बिक रही है। जिले में भांग की एकमात्र दुकान हैं। जो नोएडा में है। उस पर पिछले वित्तीय वर्ष में 1200 किग्रा भांग बिकी। जो करीब 25 लाख रुपये की थी। भांग की ज्यादा बिक्री होली के आसपास होती है। जिले में शराब की बिक्री बढ़ी है। कुछ जगह ऐसी है, जहां शराब की दुकानें नहीं है। सर्वे कराकर वहां पर नई दुकानें खोली जा रही है। उससे भी बिक्री पर असर पड़ा है। इस साल बिक्री और बढ़ने की उम्मीद हैं।