अलीगढ़। जिले की जर्जर सड़कें सीएम योगी आदित्यनाथ की नजरों से बच न सकीं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए अफसरों से जवाब मांगा। बोले, सड़कें इतनी खराब क्यों हैं? पीडब्ल्यूडी के अफसरों को सड़कें सही कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा। जलभराव की समस्या नहीं होनी चाहिए। पाइपलाइन के लिए खोदी गईं सड़कों को भी तत्काल दोबारा निर्माण कराया जाए।
मंडलायुक्त कार्यालय में विकास कार्यों व कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक 45 मिनट के लिए प्रस्तावित थी, लेकिन यह निर्धारित समय से सवा घंटे अधिक चली। इन दो घंटों के दौरान सबसे अधिक जोर उन्होंने सड़कों पर दिया। कहा, सड़कों की हालात सबसे अधिक खराब हैं। हर स्तर पर लंबित मामलों की समीक्षा होनी चाहिए। तहसील और थानों की जवाबदेही तय की जाए। न्यायालयों में लंबित मामलों की पैरवी होनी चाहिए। सड़कों से अतिक्रमण हटाया जाए। कोई भी व्यक्ति सड़कों पर नहीं सोना चाहिए।
समीक्षा बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अफसरों को खूब घेरा। छर्रा विधायक रवेंद्र पाल सिंह ने जर्जर सड़क का मुददा उठाया। कोल विधायक अनिल पाराशर ने पुल निर्माण व रिंग रोड का प्रस्ताव रखा। इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी, शहर विधायक मुक्ता राजा ने भी अलग-अलग प्रस्ताव रखे। कोरोना काल में खरीद गए वेंटीलेटर व डायलासिस मशीन का संचालन न होने की बात भी जनप्रतिनिधियों ने कही। इस पर सीएम ने सीएमओ के प्रति नाराजगी जताई।
सीएम ने कहा कि उद्यमियों की समस्याओं का अफसर प्राथमिकता से समाधान करें। हार्डवेयर से जुड़े उत्पादों को नए नए रूप में विकसित करें। जिले की पहचान ताले के साथ हार्डवेयर के रूप में है। ऐसे में इसका अच्छे ढंग से प्रचार-प्रसार किया जाए। हार्डवेयर के उत्पादों का गिफ्ट के तौर पर प्रयोग करें। नए तकनीकी के साथ उद्योगों को बढ़ाया जाएगा।
सीएम योगी ने एडीए के अफसरों को व्यक्तिगत नक्शों को प्राथमिकता से पास करने के निर्देश दिए। कहा, इसके लिए विशेष कैंप लगाए जाएं। ल्हौसरा बिसावन में बनने वाले ट्रांसपोर्ट नगर को आत्मनिर्भर बनाया जाए। पीपीपी मोड़ पर रिंग रोड बनाएं। लखनऊ में संचालित लुलु शापिंग माल का उदाहरण देते हुए यहां भी इस तरह की गतिविधियां शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्य समय से पूरा हो।