बिजनौर। निकाय चुनाव के परिणाम सियासी दलों के लिए महत्वपूर्ण है। वजह, नगर निकाय के चुनाव के परिणाम राजनीतिक पार्टियों के लिए आगामी लोकसभा के समीकरण बनाएगे। इसी से ही पार्टी नेताओं का रिपोर्ट कार्ड बनाएंगी।

जनपद में 12 नगर पालिका व छह नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पहले चरण में चुनाव संपन्न हो गया है। चुनाव का परिणाम 13 मई को मतगणना के बाद आएगा। इन निकाय क्षेत्र में तीन लोकसभा सीटें आती है, जिसमें बिजनौर लोकसभा सीट, नगीना लोकसभा सीट और जनपद की एक विधानसभा सीट बढ़ापुर मुरादाबाद लोकसभा सीट में आती है। पिछले नगर निकाय चुनाव में निर्दलीय व सपा ने ज्यादा सीट पाई थी। इस बार भी भाजपा, सपा, रालोद, कांग्रेस, बसपा आदि राजनीतिक दलों ने अपने सिंबल पर निकाय चुनाव में प्रत्याशी उतारे हैं।

सियासी दलों ने जातीय समीकरण को देखते हुए प्रत्याशियों का चयन कर टिकट दिए। कई पार्टियों के बड़े नेताओं ने बिजनौर जनपद में पहुंचकर प्रत्याशी की जीत पक्की करने को सभाएं व बैठकें कीं। साथ ही चुनाव प्रभारी बनाएं। राजनीतिक व्यक्तियों के अनुसार लोकसभा चुनाव में ज्यादा समय नहीं है। अगले साल में ही चुनाव होने है। सत्ताधारी पार्टी भाजपा समेत विपक्षी पार्टियों ने निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी की जीत के लिए पूरी मेहनत की। पिछले निकाय चुनाव यानी वर्ष 2017 में भाजपा का अच्छा प्रदर्शन नहीं था। इस बार भाजपा ज्यादा से ज्यादा सीट पाने के लिए काफी मेहनत की है। सपा ने ज्यादा सीट पाने को ताकत लगाई है।