बिजनौर। लोक निधि लिमिटेड फाइनेंस कंपनी पर निवेशकों का 12 करोड़ रुपया लेकर फरार होने का आरोप है। इस कंपनी के एजेंटों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। फिर एसपी कार्यालय पहुंचकर एएसपी सिटी को शिकायती पत्र दिया। कंपनी के तीन निदेशकों पर लोगों की रकम वापस नहीं करने का आरोप है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लोक निधि फाइसेंस कंपनी में काम करने वाले एजेंट इकट्ठा होकर नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। जोकि डीएम कार्यालय के सामने धरना देकर बैठ गए है। इनका आरोप था कि 2015 से काम कर रही कंपनी में अमित कुमार वर्मा, जितेंद्र कुमार और नवनीत कुमार निदेशक है। सैकड़ों खातेदारों का करोड़ों रुपया कंपनी में जमा है। उक्त कंपनी एफडी, आरडी करने के अलावा लोगों को कर्ज भी देती है।
आरोप है कि पिछले कई माह से कंपनी के एक निदेशक का आफिस आना बंद हो गया था। इसके चलते खातेदारों का विश्वास कंपनी से उठने लगा, जोकि जमा रकम की निकासी के लिए दबाव बनाने लगे। इस मामले में डायरेक्टरों से लिखित समझौता हुआ था, जिसमें 27 मई तक पैसा अदा करने की बात कही गई। मगर अभी तक पैसा नहीं मिला है। कलेक्शन एजेंटों ने कहा कि उन पर लोग दबाव बना रहे हैं और गाली गलौज कर रहे हैं।
अब कलेक्शन एजेंट और निवेशकों ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर राजेश कुमार, संतराम सिंह, जितेंद्र, मोहम्मद फुरकान, रामबचन, योगेंद्र पाल, मनजीत सिंह, राजकुमार, जगदीश, नरेश कुमार, सुनील कुमार, कमल मनोज कुमार आदि मौजूद रहे। एएसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। जल्द की कार्रवाई की जाएगी।