नई दिल्ली. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन शनिदेव और काल भैरव की पूजा करना चाहिए। इससे देव प्रसन्न होते हैं। वह उनकी कृपा प्राप्त होती है। काल भैरव की पूजा करने से जातक के दुख दूर होते हैं। मान्यता है कि काल भैरव भगवान शिवजी का रौद्र रूप है। जिस जातक पर काल भैरव की कृपा होती है, वे निर्भय हो जाता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार शनिवार के दिन कर्मफलदाता के साथ काल भैरव को प्रसन्न किया जा सकता है। ये दोनों की देव उग्र स्वरूप के हैं। कुछ उपायों से दोनों देवों को खुश किया जा सकता है। आइए जानते है इन उपायों के बारे में।

– शनिवार के दिन दूध और काले उड़द बहते हुए जल में प्रवाहित करें, लाभ होगा।

– शनिदेव और काल भैरव की कृपा पाने के लिए नियमित रूप से घर पर साफ-सफाई करें। परिदों के लिए दाना-पानी रखें।

– शनिवार के दिन 12 नेत्रहीन लोगों को भोजन कराएं। काल भैरव की कृपा प्राप्त होगी।

– शनिवार के दिन ऊँ प्रां प्रीं प्रौं शं शनिश्चराय नमः मंत्र का जाप करें।

– शनि मंदिर में शनिदेव को नीले पुष्प अर्पित करने से लाभ होगा।

– शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए किसी बर्तन में तेल भर लें। उसमें अपना चेहरा देखें और बर्तन को जमीन में गाढ़ दें।

– शनिवार के दिन शनिदेव का सरसों के तेल से अभिषेक करें।

– शनिवार के दिन सिर पर तेल न लगाएं। संभव हो तो कौए को दूध या चावल खिलाएं।

– शनिवार के दिन कड़वे तेल में पकवान तलें और रविवार को गरीबों में बांट दें।