नई दिल्ली। हस्तरेखा शास्त्र में हाथ की रेखाओं का महत्व विस्तार से बताया गया है. हथेली पर मौजद सभी रेखाओं का व्यक्ति के जीवन में हो रही घटनाओं से संबंध होता है. वर्तमान के अलावा हथेली की रेखाएं हमारे आने वाले कल यानी भविष्य के बारे में कई राज खोलती हैं. हस्तरेखा शास्त्र में सभी रेखाओं में सूर्य रेखा को प्रमुख बताया है. सूर्य रेखा व्यक्ति के भाग्य से जुड़ी होती है. हस्तरेखा के अनुसार, सूर्य रेखा व्यक्ति के भाग्यशाली और धनवान होने को दर्शाती है. इसलिए जिस व्यक्ति के हाथ में सूर्य रेखा गहरी और स्पष्ट होती है, उसका भविष्य में भाग्योदय होता है. आज पंडित इंद्रमणि घनस्याल आपको सूर्य रेखा से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताएंगे.
पंडित इंद्रमणि घनस्याल के अनुसार, हथेली पर सूर्य रेखा व्यक्ति के भाग्य और धनवान होने का सूचक होती है. अगर किसी जातक की हथेली में सूर्य रेखा गहरी, मोटी और स्पष्ट हो तो यह बेहद शुभ माना जाता है. ऐसे लोग भविष्य में बड़ा मुकाम हासिल करते हैं और इनके पास खूब पैसा होता है.
अगर सूर्य रेखा मणिबंध रेखा से होकर गुजरती है तो ऐसे व्यक्ति के जीवन में परेशानियां नहीं आती है. ऐसे व्यक्तियों को हर राह पर सफलता प्राप्त होती है. वहीं, अगर किसी के हाथ में चंद्र पर्वत से सूर्य रेखा टकराती है तो ऐसे व्यक्ति काफी बुद्धिमान होते हैं. ऐसे व्यक्ति जीवन में जल्दी तरक्की प्राप्त करते हैं. पंडित जी बताते हैं कि मंगल क्षेत्र से होते हुए गुजरने वाली सूर्य रेखा यह दर्शाती है कि व्यक्ति साहसी और धैर्यवान है. वह अपने गुणों के कारण भविष्य में कामयाब होता है.
हस्तरेखा के अनुसार, किसी जातक के हाथ में सूर्य रेखा गहरी और स्पष्ट होने के साथ अगर उंगलियों के प्रथम पर्व लंबा हो तो ऐसे व्यक्ति को कला व साहित्य क्षेत्र में हाथ आजमाना चाहिए. इन व्यक्तियों को कला व साहित्य क्षेत्र में जल्दी सफलता प्राप्त होती है. वहीं, द्वितीय पर्वत लंबा होने की स्थिति में व्यक्ति को किसी बिजनेस से जुड़ना चाहिए. इससे जीवन में तरक्की के अलावा धन कमाने के कई अवसर मिलते हैं.