लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए डीएम, एसपी समेत कई अधिकारियों को हटाने की चुनाव आयोग से मांग की है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने सोमवार को प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं निर्भीक चुनाव की दृष्टि से मैनपुरी के डीएम अविनाश कृष्ण, एडीएम रामजी मिश्रा, एसडीएम संध्या शर्मा, एसपी विनोद कुमार, सीओ करहल संतोष कुमार, इंस्पेक्टर करहल ललित भाटी, एसएसआई थाना किशनी मैनपुरी अंकित कुमार को तत्काल जिले से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की है।
बता दें कि मैनपुरी से डिंपल यादव सपा की प्रत्याशी हैं। सपा ने मैनपुरी में तैनात इन अधिकारियों पर भाजपा एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत करने गए प्रतिनिधिमंडल में केके श्रीवास्तव, डॉ. हरिश्चंद्र सिंह और राधेश्याम सिंह ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने अपने ज्ञापन में भाजपा नेताओं के इशारे पर मैनपुरी में अतिरिक्त अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार प्रथम की नियुक्ति पर भी आपत्ति की है और उनके तत्काल स्थानांतरण की मांग की है। उन्होंने आयोग को बताया कि मैनपुरी में हमेशा एक ही अपर पुलिस अधीक्षक की तैनाती रही है, हालांकि इस बार लोकसभा चुनाव प्रभावित करने की नीयत से अतिरिक्त अपर पुलिस अधीक्षक की नियुक्ति की गई है।
सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के दस वर्षों में जनता महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से त्रस्त रही है। भाजपा ने देश में संगठित रूप से नए तरीके के भ्रष्टाचार का रास्ता बनाया। सरकारी एजेंसियों का प्रयोग विपक्षी दलों को बदनाम करने और भाजपा को मजबूत करने के लिए किया।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र को कमजोर किया। नौजवानों, किसानों और व्यापारियों का शोषण किया। इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर देश भर में वसूली की। भाजपा भ्रष्टाचार के नए तरीके से खुद मालामाल होती रही। चुनावों में धन-बल का दुरुपयोग किया, वहीं दूसरी तरफ देश का नौजवान व किसान बेरोजगारी और गरीबी से तंग आकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं।