बरेली : बरेली में कोई शख्स कबाब की दुकान पर नोटों से भरी पॉलिथीन छोड़ गया। दुकानदार के बेटों ने पॉलिथीन उठाई, जिसे खोलकर देखा तो दंग रह गए। सूचना देकर पुलिस बुला ली गई। नोटों की जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई। जानते हैं पूरा मामला…
बरेली के कैंट क्षेत्र के ठिरिया निजावत खां में कबाब की दुकान पर पॉलिथीन में बंधीं नकली नोटों की चार गड्डियां मिलीं। उनमें सौ-सौ के चार सौ नकली नोट निकले। पुलिस ने नकली नोटों को सील कर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। शुरुआत में संदेह के आधार पर दुकानदार समेत दो लोगों को पकड़ा गया था, आरोप साबित न होने पर उन्हें छोड़ दिया गया।
ठिरिया निजावत खां निवासी याकूब कुरैशी ने बताया कि गांव में कबाब की दुकान पर कई लोग बैठे थे। वहां उनके बेटे बिलाल और मुस्तफा को काली पन्नी पड़ी मिली। पन्नी खोलकर देखा तो उसमें 100-100 के नोटों की चार गड्डियां थीं।
नोट देखने में ही नकली लग रहे थे। याकूब ने कस्बे के चेयरमैन इमरान को सूचना दी। चेयरमैन की सूचना पर दरोगा मोहित चौधरी मौके पर पहुंच गए। पुलिस टीम ने नकली नोटों को सील कर मौके से दो लोगों को हिरासत में ले लिया। उनसे लंबी पूछताछ की गई, लेकिन नतीजा नहीं निकला। तब अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
नोटों का कागज काफी मोटा है। नकली नोटों की नीली पट्टी पर कुछ लिखा नहीं है, जबकि असली नोटों की पट्टी पर आरबीआई लिखा होता है। अधिकतर नोटों के नंबर एक जैसे थे। आशंका जताई जा रही है कि चालीस हजार रुपये के सौ के नोट घर में ही प्रिंटर व स्कैनर से तैयार किए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक कार्रवाई की नींव चार दिन पहले पड़ी, जब एक सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारियों ने गुडवर्क का दावा करते हुए ये नोट बरामद दिखाए थे। एजेंसी के ही कर्मी अपने सूत्रों के दम पर दो लोगों को पकड़कर थाने लाए थे। चूंकि ठिरिया निजावत खां के कई लोग खाड़ी देशों में नौकरी करते हैं।
यहां पहले भी नकली नोटों के मामले पकड़े जाते रहे हैं। नोट बरामदगी का मामला सामने आते ही पुलिस समेत दूसरी एजेंसियां सक्रिय हो गईं। बाद में पकड़े गए लोगों पर आरोप साबित नहीं हुआ। गुडवर्क का दावा करने वाले भी कोई साक्ष्य न दे सके और थाने से चुपचाप चले आए।
सीओ सिटी प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में संदिग्ध लोगों की भूमिका की जांच की जाएगी। नोटों की क्वालिटी देखकर नहीं लगता कि उन्हें बाहर से मंगाया गया होगा। स्थानीय स्तर पर सक्रिय आरोपियों का पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।