नई दिल्ली. हिंदू धर्म में व्रत-त्‍योहारों का बड़ा महत्‍व है. हर महीने विभिन्‍न व्रत रखे जाते हैं, त्‍योहार मनाए जाते हैं. इस लिहाज से साल 2023 में मई का अंत और जून की शुरुआत बेहद खास है. इस हफ्ते में कई महत्‍वपूर्ण व्रत त्‍योहार पड़ रहे हैं. 29 मई से 4 जून के बीच कई निर्जला एकादशी जैसा अहम व्रत रखा जाएगा, वहीं गंगा दशहरा जैसा महत्‍वपूर्ण पर्व भी मनाया जाएगा. आइए जानते हैं इस हफ्ते के सभी व्रत-त्‍योहार.

बड़ा मंगल, 30 मई 2023: ज्‍येष्‍ठ मास का आखिरी बड़ा मंगल 30 मई को पड़ रहा है. बड़ा मंगल को बुढ़वा मंगल भी कहते हैं. इस दिन हनुमान जी के वरिष्‍ठ रूप की पूजा की जाती है.

गंगा दशहरा, 30 मई: मां गंगा के धरती पर अवतरित होने का दिन गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है. ज्‍येष्‍ठ शुक्‍ल की दशमी तिथि को गंगा नदी भगवान शिव की जटाओं से निकलकर धरती पर आई थीं. गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्‍नान करना, दान करना बेहद पुण्‍यशाली माना गया है. इस बार बड़ा मंगल और गंगा दश‍हरा एक ही दिन 30 मई, मंगलवार को मनाया जाएगा.

निर्जला एकादशी: 31 मई: निर्जला एकादशी या भीमसेनी एकादशी 31 मई, बुधवार को मनाई जाएगी. इस दिन निर्जला व्रत रखना और विधि-विधान से भगवान विष्‍णु की पूजा करना बेहद लाभ देगा.

गुरु प्रदोष, 1 जून: इस बार ज्‍येष्‍ठ शुक्‍ल प्रदोष व्रत 1 जून, गुरुवार को पड़ रहा है, इसलिए इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा. इस दिन भोलेनाथ की पूजा करना सारी मनोकामनाएं पूरी करता है.

ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा: इस बाद ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा को लेकर थोड़ी उलझन की स्थिति है. दरअसल, पूर्णिमा 2 दिन की रहेगी. लिहाजा ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत 3 जून को रखा जाएगा और ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा के स्‍नान-दान के लिए शुभ मुहूर्त 4 जून को रहेगा.
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