नई दिल्ली. रत्न जीवन में शुभत्व के बढ़ोतरी के लिए धारण किए जाते है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्न अपने ग्रह की राशियों को पूर्णमात्रा में मानव शरीर में प्रवाहित कर ग्रह प्रभाव की वृद्धि करते हैं। इस कारण रत्न केवल शुभ ग्रहों का धारण किया जाता है। ग्रह शुभ माना जाता है, अगर यह लग्न, त्रिकोण व केंद्र में स्थापित या स्वामी हो। यह अशुभ होता है, यदि त्रिक भाव से संबंधित है।

रत्न हमारे शरीर में ग्रहों से आ रही किरणों का प्रभाव बढ़ाते हैं। जो ग्रह कुंडली में कमजोर हो उसका रत्न पहनने से ग्रह की निर्बलता दूर होती है। शुभरत्न धारण करने से शारीरिक व मानसिक स्वस्थता बनी रहती है। साथ ही भाग्य में वृद्धि होती है। आज हम आपको 2 राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिन पर शनिदेव का विशेष प्रभाव रहता है। इन जातकों के लिए नीलम रत्न धारण करना बेहद शुभ होता है।

कुंभ और मकर राशि वाले पहनें नीलम
मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनि ग्रह हैं। इन दोनों राशियों पर शनि का असर रहता है। इन राशि के जातकों पर कर्मफल दाता की विशेष कृपा रहती है। ये जातक मेहनती और ईमानदार होते हैं। अगर मकर और कुंभ राशि वाले नीलम रत्न धारण करें तो इन्हें लाभ होगा।

नीलम रत्न धारण करने से इन्हें धन, सफलता और सम्मान मिलता है। हालांकि विशेषज्ञ की सलाह और अपनी जन्म कुंडली दिखवाने के बाद ही नीलम पहनना चाहिए। नीलम रत्न सूट कर रहा है या नहीं। इसे जानने के लिए रात्रि में रत्न को नीले कपड़े में लपेटकर अपने तकिया के नीचे रख दें। अगर अच्छी नींद आए तो मान लें कि रत्न सूट कर रहा है। जिन जातकों को नीलम सूट नहीं करता है। उन्हें तनाव और बुरे सपने आते है।

नीलम रत्न के फायदे
1. नीलम रत्न धारण करते ही अपने प्रभाव दिखाने शुरू कर देता है। जिसके प्रभाव से जातक सुंदर, बुद्धिमान और ताकतवार हो जाता है।
2. नीलम रत्न जातक के आत्मविश्वास को मजबूत बनाता है।
3. जातक अगर यह रत्न पहनता है तो उसके सुख-शांति में वृद्धि होती है। इसके प्रभाव से खोया हुआ धन भी मिलने की संभावना रहती है।
4. ऐसे जातक जिनके विवाह में रुकावट आ रही हैं। उन्हें नीलम रत्न अवश्य धारण करना चाहिए। नीलम रत्न वैवाहिक जीवन में तनाव की स्थिति को कम करता है।
5. अगर जातक नीलम रत्न को पहनता है तो उसकी आयु में वृद्धि होगी। अचानक धन लाभ के योग बनते हैं।