नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए दूसरी सूची जारी कर दी जिसमें 20 उम्मीदवारों के नाम हैं। पहली सूची की तरह दूसरी में भी कुछ दिन पहले पार्टी में आए नेताओं को टिकट मिला है। आइये जानते हैं इस सूची में क्या-क्या खास है…

आम आदमी पार्टी ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 20 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। इसके साथ ही 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पार्टी कुल 31 उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है। दूसरी सूची में पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़लान, शिक्षाविद से नेता बने अवध ओझा जैसे नाम शामिल हैं। पहली सूची की तरह दूसरी में भी चंद दिन पहले पार्टी में शामिल होने वाले चेहरों को टिकट दिया गया है। आइये जानते हैं नई सूची में क्या-क्या खास है…

जिन 20 सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवारों का एलान किया है उनमें से 18 सीटों पर 2020 में पार्टी को जीत मिली थी। इन 18 में सिर्फ दो मौजूदा विधायकों को टिकट मिला है। जिन दो मौजूदा विधायकों को टिकट दिया गया है उनमें मनीष सिसोदिया और राखी बिड़लान शामिल हैं। हालांकि, दोनों की सीट बदल दी गई है। पटपड़गंज से विधायक मनीष सोसोदिया को इस बार जंगपुरा विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। 2020 में यहां से आप के प्रवीण कुमार जीते थे। इसी तरह मंगोलपुरी से पार्टी की विधायक राखी बिड़लान को पार्टी ने इस बार मादीपुर से उम्मीदवार बनाया है। 2020 में यहां से आम आदमी पार्टी के गिरीश सोनी जीते थे।

आम आदमी पार्टी के बडे़ नेता और दिल्ली विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक दिलीप पांडेय का नाम इस सूची में नहीं है। पार्टी ने उनकी सीट से सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को टिकट दिया है। बिट्टू बीते 6 दिसंबर को ही भाजपा छोड़कर दूसरी बार आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। 2003 और 2008 में तिमारपुर सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीते बिट्टू 2013 और 2015 के विधानसभा चुनाव में तिमारपुर से कांग्रेस उम्मीदवार थे। दोनों बार बिट्टू तीसरे नंबर पर रहे थे। बिट्टू ने नवंबर 2017 में कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था। हालांकि, 2019 में उन्होंने फिर से बाला बदला और भाजपा में शामिल हो गए। 2020 का चुनाव उन्होंने भाजपा के टिकट पर लड़ा था, लेकिन दिलीप पांडेय से 24,144 वोट से हार गए थे। दिलीप पांडेय ने हाल ही में ट्वीट करके चुनाव नहीं लड़ने के संकेत दिए।

विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल की सीट शाहदरा से भी पार्टी ने उम्मीदवार का एलान कर दिया है। इस सीट पर पार्टी ने जितेंद्र सिंह शंटी को टिकट दिया है। शंटी चार दिन पहले (5 दिसंबर को) ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में शाहदरा से भाजपा विधायक रहे शंटी एंबुलेंस मैन के नाम से विख्यात हैं। पद्मश्री से सम्मानित शंटी 2015 के विधानसभा चुनाव में राम निवास गोयल से हार गए थे। विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने हाल ही में चुनावी राजनीति से संन्यास का एलान किया था।

लोकसभा चुनाव के दौरान दलित नेता और अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद ने पार्टी छोड़ दी थी। आनंद ने बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए । राजकुमार आनंद 2020 में पटेल नगर सीट से आप के टिकट पर जीते थे। इस सीट पर आप ने एक और दलबदलू को टिकट दिया है। पार्टी ने यहां से प्रवेश रतन को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रवेश रतन बीते 2 दिसंबर को ही भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में प्रवेश रतन पटेल नगर सीट से भाजपा उम्मीदवार थे। इस चुनाव में उन्हें आप के राजकुमार आनंद ने 30,935 वोट से हरा दिया था।

2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, आठ सीटें भाजपा के खाते में आई थीं। आप ने 2020 में हारी सभी आठ सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं। पहली सूची में इन आठ में से छह सीटों पर उम्मीदवारों का एलान किया गया था। दूसरी सूची में बाकी बची दो सीटों रोहिणी और गांधी नगर विधानसभा सीट पर भी उम्मीदवारों का एलान हो गया है। रोहिणी से भाजपा के विजेंद्र गुप्ता विधायक हैं। यहां से पार्टी ने प्रदीप मित्तल को टिकट दिया है। प्रदीप वॉर्ड नंबर 21 से आप के पार्षद हैं।

इसी तरह गांधी नगर सीट पर 2020 में भाजपा के अनिल कुमार बाजपेयी जीते थे। उन्होंने आप के नवीन चौधरी को 6,079 वोट से हराया था। 2020 में हारे नवीन को पार्टी ने फिर से टिकट दिया है।

राखी बिड़लान 2020 में मंगोलपुरी सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीती थीं। इस बार उनकी सीट बदल दी गई है। मंगोलपुरी सीट से पार्टी ने यहां से वार्ड 49A से आप पार्षद राकेश जाटव धर्मरक्षक को टिकट दिया है। वहीं, मनीष सिसोदिया की मौजूदा विधानसभा सीट पटपड़गंज से पार्टी ने अवध ओझा को टिकट दिया है। शिक्षक से राजनेता बने अवध ओझा बीते 2 दिसंबर को ही पार्टी में शामिल हुए हैं।

इससे पहले आम आदमी पार्टी ने 21 नवंबर को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। इस सूची में छह नाम ऐसे हैं जो 25 दिन के अंदर ही कांग्रेस या भाजपा से आप में आए थे। पहली सूची में पार्टी ने 2020 में हारे तीन उम्मीदवारों पर भी फिर से भरोसा जताया था।