आगरा। में पड़ोसी किरायेदार घर में चोरी कर रहा था। बच्ची ने देख लिया और मां-बाप से बताने की बात कही। इससे गुस्साए आरोपी ने रस्सी से बच्ची का गला घोंट दिया। शव को रजाई में लपेटकर अलमारी में छिपा दिया। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए मौके की तलाश में जुट गया। 11 घंटे तक परिवार वालों के साथ तलाश का नाटक करता रहा। पुलिस ने सनी को मंगलवार को जेल भेज दिया।
मूलरूप से मंटोला थाना निवासी कारपेंटर का परिवार जगदीशपुरा थाना क्षेत्र के मोहल्ले में किराये पर रहता है। सोमवार को वह काम पर गए थे। पत्नी भी घरों में काम के लिए चली गई। घर में नौ साल की बेटी और 5 साल का बेटा था। दोपहर में एक बजे बेटा घर के बाहर खेलने चला गया।
दोपहर दो बजे कारपेंटर की पत्नी घर आई। बेटी नहीं मिली तो पड़ोस के मकान में रहने वाले किरायेदार सनी से पूछा। उसने उन्हें बालिका के घर से बाहर सामान लेने जाने के बारे में झूठ बोला। कहा कि तब से नहीं लौटी है। शाम को परिजन ने पुलिस को सूचना दी।
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि कारपेंटर ने हाल में अपना मकान बेचा था। इसकी बिक्री की कुछ रकम घर में रखी हुई थी। इस बारे में आरोपी सनी को पता था। वह काफी दिन से नजर रख रहा था। बालिका घर के बाहर खेल रही थी। तभी वो मौका देखकर कमरे में घुस गया। अलमारी से 20 हजार रुपये निकाल रहा था। तभी बालिका पहुंच गई।
मां-बाप से शिकायत करने के बारे में कहा तो सनी ने बालिका के हाथ में लगी रस्सी छीनकर उसी से गला घोट दिया। उसने बचने का प्रयास किया तो सनी उसके ऊपर बैठ गया। कुछ देर छटपटाने के बाद बालिका की सांसें थम गईं। सनी ने शव को अपने मकान के एक खाली कमरे में ले गया। शव को रजाई में लपेटा और वहां दीवार में बनी अलमारी के अंदर रख दिया।
आरोपी ने बालिका की चप्पलें भी कमरे में छिपा दीं। कमरे के बाहर गेट पर ताला लगा दिया था। परिजन और पुलिस के साथ तलाश का ढोंग करने लगा। रात में पुलिस को उसकी हरकत पर शक हुआ। कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर शव और चोरी किए 20 हजार रुपये बरामद कर लिए गए।
परिजन ने बेटी के साथ दुष्कर्म की आशंका जाहिर की थी। इस पर पुलिस ने डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया है। वीडियोग्राफी भी कराई गई। स्लाइड भी सुरक्षित रखी गई है। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।