उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अपरा एकादशी कहते हैं। कुछ स्थानों पर इसे अचला एकादशी के नाम से भी जानते हैं। इस बार ये एकादशी 26 मई, गुरुवार को है। धर्म ग्रंथों में इस एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है।
महाभारत, नारद और भविष्यपुराण में बताया गया है कि अपरा एकादशी का व्रत और पूजन करने से जाने-अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं। साथ ही मनोकामनाएं भी पूरी होती है। इस एकादशी से जुड़ी कई कथाएं भी प्रचलित हैं। आगे जानिए इस एकादशी से जुड़ी खास बातें…