नई दिल्ली. हिंदी कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद मास की शुरुआत हो चुकी है. इस महीने में कई प्रमुख व्रत और त्योहार पड़ते हैं. भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस दिन विधिपूर्वक व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है कि अजा एकादशी का व्रत रखने से सभी प्रकार के पापों का नाश होता है. साथ ही अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं कि भाद्रपद मास की अजा एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा और इसके लिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और पारण का समय क्या है.

हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अजा एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस बार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 22 अगस्त 2022 को सुबह 3 बजकर 35 मिनट से हो रही है. वहीं एकादशी तिथि की समाप्ति 23 अगस्त, 2022 को सुबह 6 बजकर 06 मिनट पर होगी. उदया तिथि के मुताबिक अजा एकादशी का व्रत 23 अगस्त को रखा जाएगा.

पंचांग के अनुसार, जो भक्त 23 अगस्त को अजा एकादशी का व्रत रखेंगे, वे 24 अगस्त को व्रत का पारण कर सकेंगे. अजा एकादशी व्रत का पारण समय सुबह 5 बजकर 55 मिनट से सुबह 8 बजकर 30 मिनट तक है. ऐसे में इस दौरान एकादशी व्रत का पारण करना उत्तम रहेगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि में करना शुभ होता है. त्रयोदशी तिथि में एकादशी व्रत का पारण करना अशुभ माना गया है.