नई दिल्ली : देश में मानसून का अंत होने के बावजूद कई राज्यों में भारी बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गोवा, और गुजरात में बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और निचले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 27 से 29 सितंबर तक उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, ओडिशा और मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश में कई नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। लखीमपुर खीरी, बहराइच, और गोंडा में रेड अलर्ट, जबकि लखनऊ और बस्ती में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। NDRF और SDRF की टीमों को राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है।
बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर है, कई गांवों का संपर्क टूट गया है। गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। राज्य के 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। पटना समेत राज्य में 2 अक्टूबर तक बारिश का अनुमान है।
मुंबई में बीते दिनों भारी बारिश से जनजीवन ठप हो गया था, लेकिन अब हालात में सुधार है। हालांकि, IMD ने अगले कुछ दिनों के लिए और बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है।
ओडिशा के पुरी, पारादीप, और भुवनेश्वर में भारी बारिश जारी है। कोणार्क सूर्य मंदिर के प्रांगण में पानी भरने से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। पश्चिम दिशा में बने दबाव के कारण अगले 24 घंटों तक बारिश की संभावना है।
गुजरात के उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। बनासकांठा में रेड अलर्ट जारी किया गया है और राहत कार्यों के लिए टीमों को तैनात किया गया है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी तेज बारिश का अनुमान है, जबकि पश्चिम बंगाल और झारखंड में भी भारी बारिश की संभावना है।
सिक्किम में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, जिससे उत्तरी हिस्सों की कनेक्टिविटी टूट गई है। सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, और प्रशासन कनेक्टिविटी बहाल करने का प्रयास कर रहा है।