नई दिल्ली: श्रीलंका के बॉलिंग ऑलराउंडर कामिंडु मेंडिस बेजोड़ फॉर्म में हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ छक्का जड़कर टेस्ट में 1000 रन का आंकड़ा छूने वाले मेंडिस ने इस दौरान कई खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया. मेंडिस 13 पारियों में इस मुकाम पर पहुंचे हैं. वर्ल्ड क्रिकेट में मेंडिस से पहले दो खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने यह उपलब्धि उनसे एक पारी कम खेलकर हासिल की है. टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज एक हजार के आंकड़े पर पहुंचने वाले बैटर्स की टॉप 10 लिस्ट में भारत के दो क्रिकेटर शामिल हैं जिनमें से एक की उम्र महज 22 साल है. मेंडिस ने दिग्गज डॉन ब्रैडमैन के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली जिन्होंने 13वीं पारी में इस मुकाम तक पहुंचे थे.

भारत के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली ने 14 पारियों में 1000 टेस्ट रन बनाए थे. कामिंडु मेंडिस विंडीज के एवर्टन वीक्स और इंग्लैंड के हर्बर्ट स्टक्लिफ से पीछे रह गए जिन्होंने 12 पारियों में ये उपलब्धि हासिल की है. मेंडिस पाकिस्तान के फवाद आलम को भी पीछे छोड़ चुके हैं. डेब्यू के बाद से लगातार आठवां शतक जड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले मेंडिस पाकिस्तान के सउइ शकील को भी पछाड़ चुके हैं.

टेस्ट में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले टॉप 10 बल्लेबाजों की बात करें तो हर्बर्ट स्टक्लिफ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 13 फरवरी 1925 को यह कारनामा किया था जबकि वीक्स ने भारत के खिलाफ 1949 में अपने 1000 टेस्ट रन पूरे किए थे. मेंडिस ने यह काम न्यूजीलैंड के खिलाफ 2024 में किया. डॉन ब्रैडमैन ने 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ यह बड़ी उपलब्धि दर्ज की थी. ऑस्ट्रेलिया के रॉबर्ट हार्वे ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच में 1950 में यह उपलब्धि दर्ज की थी.

भारत के पूर्व ओपनर विनोद कांबली 1994 में विंडीज के खिलाफ 1000 के टेस्ट आंकड़े पर पहुंचे थे. हार्वे और कांबली ने 14 पारियों में यह मुकाम हासिल किया था. इंग्लैंड के लेटन हटन विंडीज के खिलाफ 1939 में, फ्रैंक वॉरेल 1951 में वहीं लॉरेंस रोवे 1974 में इस मुकाम को हासिल किया. भारत के 22 साल के ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट में एक हजार रन पूरे किए थे. जायसवाल को 16 पारियों की मदद लेनी पड़ी थी.