न्याय देव शनि कुंभ राशि के स्वामी होते हैं. यह वायु तत्व प्रधान राशि है. कुंभ राशि के लोग धनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा या पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र से जुड़े होते हैं. व्यवहारिक रूप से इस राशि के लोगों को बड़ा ही खास माना जाता है. इस लग्न के लिए बुध, शुक्र और शनि मित्र हैं. वहीं, सूर्य, चंद्र, मंगल और बृहस्पति शत्रु हैं. इस राशि में शुक्र को परम योग कारक माना जाता है. आइए आज आपको बताते हैं कि आखिर कुंभ राशि के लोग इतने खास क्यों होते हैं.
कुंभ राशि के लोग सामान्यतः दुबले होते हैं. इनकी आंखें बड़ी गंभीरता प्रस्तुत करती हैं. ये बड़े रहस्यमयी और अकेलेपन को पसंद करने वाले होते हैं. इस राशि के जातक संभवत: विनम्र और अच्छे स्वभाव के होते हैं. इनकी सोच वैज्ञानिक और तार्किक होती है. ये दार्शनिक और अध्यात्मिक स्वभाव के होते हैं. ये संगठन में कार्य करना पसंद करते हैं. और अपनी महानता का क्रेडिट लेना पसंद नहीं करते हैं. इनकी यही खासियत लोगों को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है. इनका स्वास्थ्य वात प्रधान होता है.
आमतौर पर शुरुआती जीवन में कुंभ राशि वालों का स्वास्थ्य गड़बड़ रहता है. युवावस्था में इनको काफी संघर्ष करना पड़ता है. वैवाहिक जीवन में भी समस्याएं रहती हैं. आमतौर पर जीवनसाथी इनके ऊपर हावी रहता है. इनको बहुत जल्दी अवसाद होने की संभावना रहती है. घर के बाहर ये ज्यादा अच्छा महसूस करते हैं. ये अलग अलग तरीकों से अध्यात्मिक मार्ग पर चलते हैं.
इस राशि के लोग अनुशासित जीवन जीने का प्रयास करें. नियमित रूप से पूजा, उपासना या ध्यान करें. नशे की आदत और अवसाद से बचें. सलाह लेकर एक नीलम और पन्ना धारण करें. कुंभ राशि वालों को विवाह बहुत सोच समझकर ही करना चाहिए. ज्यादा से ज्यादा सफेद रंग का प्रयोग करना चाहिए. सुगंध का प्रयोग करना विशेष लाभकारी होगा.
अगर कुंभ राशि के लोगों के जीवन में ज्यादा समस्याएं आने लगें तो उन्हें कुछ विशेष कार्य जरूर कर लेने चाहिए. सुबह और शाम नियमित शिव मंत्र का जप करें. महीने की दोनों एकादशियों का उपवास रखें. सलाह लेकर एक पन्ना धारण करें.