भोपाल : नव विवाहिता से गैंगरेप के बाद से मध्य प्रदेश का रीवा जिला ही नहीं, बल्कि पूरा प्रदेश शर्मसार हो गया है। 21 अक्तूबर को भैरव बाबा मंदिर पहाड़ी क्षेत्र में पांच आरोपियों ने विवाहिता से उसके पति के सामने गैंगरेप किया, तीन अन्य आरोपियों ने उनका सहयोग किया। कुल आठ आरोपियों ने इस रूह कंपा देने वाली वारदात को अंजाम दिया। सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि घटना में शामिल आरोपी आपस में रिश्तेदार और पड़ोसी हैं। इनमें से कुछ आरोपी जीजा, साले और मौसेरे भाई हैं। पूछताछ में सामने आया कि जब महिला और उसके पति को बंधक बनाया वहां पांच आरोपी थे, इसके बाद इन आरोपियों ने अपने अन्य साथियों को कॉल किया और कहा- ‘अच्छे मुर्गे फंसे हैं…जल्दी आ जाओ तो फायदे में रहोगे…’। साथियों के पहुंचे के बाद सभी आरोपियों ने मिलकर दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया।
आइए, अब जानते हैं… कौन हैं घटना में शामिल आरोपी? कब, कहां और कैसे वारदात को अंजाम दिया? पुलिस से बचने के लिए क्या कहानी बनाई? वारदात के बाद क्या प्लान था? पुलिस ने आरोपियों को कैसे पकड़ा? पुलिस की क्या है तैयारी?
इस घटना में शामिल आठ आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं। इनमें से पांच आरोपी रामकिशन कोरी, रजनीश कोरी, दीपक कोरी, राजेंद्र कोरी और रवीश कोरी गुढ़ क्षेत्र की एक ही कॉलोनी के रहने वाले हैं। इनके अलावा आरोपी गरुड़ और लवकुश नईगढ़ी और सुशील कोरी रामपुर बघेलान का रहने वाला है। सुशील कोरी आरोपी रामकिशन का मौसेरा भाई है, जबकि गरुड़ और लवकुश रामकिशन के साले हैं। बाकी आरोपी आपस में दोस्त ओर पड़ोसी हैं। इनमें से रामकिशन (28), गरुड कोरी (26), सुशील कोरी (19), रावेश गुप्ता (27), रजनीश कोरी (25) ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया, जबकि लवकुश कोरी (23), राजेंद्र कोरी (23), दीपक कोरी (24) ने सहयोग किया था।
दरिंदगी का शिकार हुए दंपति की शादी छह महीने पहले ही हुई थी। दोनों कॉलेज में साथ पढ़ते एक दूसरे को पहले से जानते थे। 21 अक्तूबर को पति-पत्नी घर से घूमने के लिए भैरव बाबा मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में दर्शन किए और फिर कुछ दूरी पर एक चट्टान के पीछे जाकर बैठ गए। इसके कुछ देर बाद दंपति को वहां पार्टी कर रहे पांच युवकों ने घेर लिया। युवक के साथ मारपीट करने लगे और धमकाने लगे। इसी बीच कुछ आरोपी विवाहिता को पकड़कर दूसरी तरफ ले गए और उसके साथ मारपीट की। इसके बाद आरोपियों ने पति के सामने ही पत्नी के साथ गैंगरेप किया। विरोध करने पर आरोपियों ने उसे पीटा। आरोपियों शराब लेने गए अपने साथियों को कॉल कर कहा- जल्दी आ जाओ, अच्छे मुर्गे फंसे हैं, जल्दी आओगे तो फायदे में रहोगे।
इसके बाद आरोपियों की दरिंदगी की सिलसिला शुरू हुआ। एक-एक पांच आरोपियों ने विवाहिता के साथ दुष्कर्म किया। एक आरोपी दुष्कर्म कर आता और विवाहिता के पति को पीटा, इस दौरान दूसरा आरोपी दुष्कर्म करने जाता। पुलिस के अनुसार आरोपी गरुड कोरी दुष्कर्म करने गया तो पीड़िता ने उसका विरोध किया। इस दौरान उसने शराब की बोतल उसके सिर पर मारी, जिससे वह फूट गई। टूटी कांच की बोतल लेकर आरोपियों ने विवाहिता और उसके पति को अड़ाकर जान से मारने की धमकी थी। करीब एक घंटे तक पति-पत्नी आरोपियों की दरिंदगी का शिकार होते रहे। दरिंदगी भी ऐसी कि इस दौरान पीड़िता एक-दो बार बेहोश भी हो गई। पति ने उसकी मदद करने की कोशिश की तो आरोपियों ने फिर उसे पीटा। बाद में होश आने के बाद पीड़िता ने उन्हें छोड़ने की गुहार लगाई। इस दौरान एक आरोपी सुशील ने कहा- मैं, मीडिया प्रभारी का बेटा हूं। एसपी और कलेक्टर भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। यह हमारा रोज का काम है।
जैसे तैसे आरोपियों के चंगुल से छूट कर दंपति घर पहुंचा, लेकिन दहशत इतनी थी कि किसी को कुछ नहीं बताया। रात में पीड़िता की तबीयत बिगड़ी, इसके बाद उन्होंने परिवार वालों को घटना की जानकारी दी। रात बीतने के बाद 22 अक्तूबर को पीड़ित थाने पहुंचे और केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की, पुलिस ने अलग अलग टीमें बनाकर आसपास के इलाके से 300 संदिग्धों को राउंडअप किया। रामकिशन कोरी समेत अन्य पांच आरोपी को भी हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। महिला से गैंगरेप करने वाले आरोपियों ने वारदात के बाद धमकी देते हुए कहा था- मैं मीडिया प्रभारी का बेटा हूं, कलेक्टर और एसपी भी मेरा कुछ नहीं बिगड़ सकते। ऐसे में पुलिस यह मानकर चल रही थी कि शातिर आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है।
इधर, पुलिस संदिग्ध आरोपियों से भी पूछताछ कर रही थी। हिरासत में लिए गए रामकिशन समेत अन्य पांच आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ की तो वे अपनी गरीबी का हवाला देते रहे। कहा- हम गरीब परिवार से हैं, मजदूरी कर परिवार का खर्च चलाते हैं। हमने कुछ नहीं किया है। इस कारण वे पुलिस की नजर में चढ़ने से बचे रहे। लेकिन, पुलिच की जांच लगातार जारी थी। 24 अक्तूबर को पुलिस को एक वीडियो मिला। जिसमें आरोपी रामकिशन अपने साथियों के साथ घटनास्थल पर अर्धनग्न हालत में लिट्ट़ी चौखा और शराब पार्टी करता नजर आया। फिर यही वीडियो पुलिस के लिए बड़ा क्लू साबित हुआ। पुलिस ने आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो वे टूट गए और रूह कंपा देने वाली वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया। पूछताछ में सभी आठ आरोपियों के नाम भी सामने आए गए।
विवाहिता से गैंगरेप करने वाले आरोपी शातिर हैं। वे इससे पहले भी भैरव बाबा मंदिर पहाड़ी क्षेत्र में आने वाले प्रेमी जोड़ों के साथ अभद्रता और छेड़छाड़ कर चुके हैं। लेकिन, आरोपियों के डर से किसी ने उनकी शिकायत पुलिस से नहीं की थी। लेकिन, इस बार आरोपियों ने बड़ा कांड किया था, ऐसे में उन्हें पकड़े जाने का डर था। पुलिस से बचने ले लिए उन्होंने महाराष्ट्र के पुणे भागने की योजना बनाई थी। सोचा था वहां जाकर नौकरी करेंगे और जब मामला शांत हो जाएगा तब वापस आ जाएंगे। पुणे भागने की योजना आरोपियों ने इसलिए भी बनाई थी क्योंकि, वे कुछ समय पहले वहां रहकर नौकरी भी कर चुके थे।
रीवा आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने कहा कि घटना बहुत ही क्रूरतापूर्व है। आरोपियों के खिलाफ करोठ कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। कोशिश है कि 15-20 दिन में चालान पेश किया जाए। केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे।