सहारनपुर। शासन और प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद किसानों को बकाया गन्ना मूल्य पाने के लिए तरसना पड़ रहा है। मंडल की दस चीनी मिलें अभी भी किसानों के 1286 करोड़ रुपये दबाए बैठीं हैं। इनमें सबसे अधिक बकाया शामली जनपद की चीनी मिलों पर है। मंडल की 17 में से सात चीनी मिल पूरा गन्ना मूल्य भुगतान कर चुकी हैं। मंडल की दस चीनी मिलें बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान में कोताही बरत रही हैं। इसके चलते किसानों के सामने रोजमर्रा के खर्च को पूरा करने का भी संकट पैदा हो गया है।

इस समय गन्ना और धान सहित अन्य फसलों में किसान को लागत लगानी पड़ती है। बकाया भुगतान नहीं होने के चलते उन्हें खेती में लागत लगाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गन्ना क्रय अधिनियम के अनुसार मिल में गन्ना सप्लाई होने के 14 दिनों के अंदर किसान के खाते में गन्ना मूल्य का भुगतान पहुंच जाना चाहिए। इसके बाद भुगतान करने पर किसान को बकाया गन्ना मूल्य पर ब्याज देने का भी प्रावधान है। इसके बावजूद किसानों को न तो समय पर गन्ना मूल्य मिल रहा है और न ही बकाया गन्ना मूल्य पर ब्याज। मंडल में अब तक 79.88 प्रतिशत गन्ना मूल्य का ही भुगतान हुआ है।

मंडल की 17 चीनी मिलों में से सात ने गन्ना मूल्य का पूरा भुगतान कर दिया है। अभी दस चीनी मिलों पर 1286 करोड़ रुपये किसानों के बकाया हैं। बकाया गन्ना मूल्य का जल्द भुगतान कराने को लेकर बकायेदार चीनी मिलों पर दबाव बनाया हुआ है। बकायेदार चीनी मिलों को भुगतान में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। – डॉक्टर दिनेश्वर मिश्र, उप गन्ना आयुक्त।

मंडल में बकाया गन्ना मूल्य
जनपद बकाया

सहारनपुर 371 करोड़ रुपये
मुजफ्फरनगर 276 करोड़ रुपये
शामली 639 करोड़ रुपये
मंडल में गन्ना किसान
जनपद गन्ना किसान
सहारनपुर 153173
मुजफ्फरनगर 233662
शामली 106398