रूस. रूस-यूक्रेन युद्ध को शुरुआत हुए 6 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. कहा जा रहा है कि रूस के खिलाफ इस जंग में यूक्रेन इसलिए टिका हुआ है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कई धमकियों के बावजूद अमेरिका और यूरोप के कुछ देशों के साथ तुर्की जैसे देश भी यूक्रेन के मददगार बने हुए हैं. वार जोन की ग्राउंड रियलिटी की बात करें तो इस जंग में अप्रतक्ष्य रूप से पाकिस्तान की एंट्री हो चुकी है इसलिए ये खबर पाकिस्तान के लिए अच्छी नहीं मानी जा सकती है.

अब बताया जा रहा है कि यूक्रेन की तोपें जिस तरह बड़ी तेजी से रूसी सैनिकों के ऊपर आग उगल रही हैं, उसकी सप्लाई पाकिस्‍तान से हुई है. पाकिस्तान की आर्म्ड फैक्ट्री में बने गोले ब्रिटेन के मालवाहक विमान से यूक्रेन भेजे गए हैं. इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि पाकिस्‍तान में बने तोप के गोले, यूक्रेन के सैनिक रूसी सैनिकों पर दाग रहे हैं.

दरअसल कुछ हफ्ते पहले यह खुलासा हुआ था कि पाकिस्‍तान कई महीनों से ब्रिटिश मालवाहक विमानों की मदद से यूक्रेन को मेड इन पाकिस्तान गोला-बारूद और हथियार भेज रहा है. अब इसके कई सबूत सामने आ चुके हैं. दरअसल जाने या अनजाने में यूक्रेन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपने हथियारों का खुलासा कर दिया, जिससे पाकिस्तान की ये चोरी पकड़ी गई.

दरअसल जब रूस और यूक्रेन में बीच टकराव चरम पर था तब जंग की शुरुआत के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान अपने मुल्क की बदहाली को देखते हुए रूस से सस्‍ता क्रूड ऑयल और गेहूं मंगाने की कोशिश में रूस का दौरा करके पुतिन की शान में कसीदे पढ़े थे. लेकिन इस ताजा खुलासे पाकिस्‍तान को झटका लग सकता है. बताया जा रहा है कि वीडियो में जो तोप का गोला दिखाई दे रहा है, वह पाकिस्‍तान ऑर्डिनेंस फैक्‍ट्री के 122 एमएम के HE आर्टिलरी गोले हैं.

दरअसल अमेरिका के अलावा ब्रिटेन भी बढ़चढ़कर यूक्रेन को हथियारों और रुपये पैसे से मदद कर रहा है. माना जा रहा है कि इस बार ब्रिटेन ने जेलेंस्की की मदद के लिए पाकिस्तान को अपने साथ मिला लिया. माना जा रहा है कि पाकिस्तान अपनी कंगाली को दूर करने के लिए यूके से कुछ डॉलर और पाउंड हासिल करने के लिए बड़े पैमाने पर तोप के गोले बना रहा है.

रूस कई बार अमेरिका समेत उन सभी देशों को धमकी दे चुका है जो इस लड़ाई में यूक्रेन का साथ दे रहे हैं. इस खुलासे के बाद माना जा रहा है कि अब पाकिस्तान, रूसी राष्ट्रपति पुतिन के गुस्से का शिकार बन सकता है.

इससे पहले खुलासा हुआ था कि पाकिस्‍तान पश्चिमी देशों के हथियारों की आपूर्ति का हिस्‍सा है. इसलिए पाकिस्‍तान के रावलपिंडी शहर में नूर खान एयरबेस के जरिए पश्चिमी देश रोमानिया के हवाई अड्डे तक हथियार पहुंचा रहे हैं. इस दौरान ब्रिटेन के एक एयरबेस का भी इस्‍तेमाल किया गया है. उससे पहले पाकिस्‍तानी सेना के चीफ जनरल बाजवा ब्रिटेन गए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई 6 अगस्‍त से 15 अगस्‍त के बीच हुई, जब ब्रिटिश एयरफोर्स के ग्‍लोबमास्‍टर प्‍लेन ने पाकिस्‍तानी एयरबेस से उड़ान भरी. इसी फ्लाइट से यूक्रेन की सेना को तोप के गोले भेजे गए थे.