नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कई महीनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है. क्रीमिया ब्रिज पर हुए अटैक के बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी अटैक की रणनीति में बदलाव किया और यूक्रेन पर कई मिसाइ दागे. अब रूस की ओर से दी जा रही खुली चेतावनी से दुनियाभर में खलबली मच गई है. नाटो में यूक्रेन के प्रवेश के परिणामस्वरूप तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है, रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव ने गुरुवार को एक इंटरव्यू में टीएएसएस समाचार एजेंसी को बताया कि अगर यूक्रेन अमेरिका के नेतृत्व वाले NATO मिलिट्री अलायंस का हिस्सा बनता है तो फिर यह निश्चित तौर पर World War III की ओर ले जाएगा.
TASS ने वेनेडिक्टोव का हवाला देते हुए कहा कि कीव अच्छी तरह से जानता है कि इस तरह के कदम का मतलब तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाओं को बढ़ाना है. मालूम हो कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सितंबर के अंत में नाटो सैन्य गठबंधन की फास्ट-ट्रैक सदस्यता की घोषणा की थी.
मालूम हो कि 30 सितंबर को औपचारिक तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर कब्जे की घोषणा की थी. इसके कुछ घंटों बाद ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाटो की फास्ट-ट्रैक सदस्यता की बात कही थी. हालांकि, यूक्रेन को अभी नाटो की सदस्यता नहीं मिली है. एलांस के लिए ट्रिटी के सभी सदस्यों की सहमति की जरूरत होती है.
रूस की न्यूक्लियर वार की धमकी पर अमेरिका ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इसे बर्दाश्त नहीं जाएगा. न्यूज 18 इंडिया के न्यूजरूम में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जेड तारर ने कहा कि रूस की धमकी बिल्कुल गलत है. दुनिया की राजनीति के लिए ऐसी धमकी गलत है. हम समझते हैं कि परमाणु हथियार का इस्तेमाल कभी नहीं होना चाहिए और धमकियों का कोई फायदा नहीं है.