अक्सर लोग ठंड के दिनों में नहाना स्किप कर देते हैं. बच्चों से लेकर कई बड़ों को भी नहाना ऊबाऊ काम लगता है और जब ठंड के दिनों में उन्हें ये मौका आसानी से मिल जाता है तो वो नहाना ही स्थगित कर देते हैं. पर कुछ लोग तो सर्दी हो या गर्मी, कभी नहीं नहाते. फिर ऐसे लोगों को अपने शरीर की चिंता भी नहीं होती. ईरान का एक शख्स इसी वजह से काफी चर्चा में था क्योंकि वो 1-2 नहीं, पूरे 67 सालों से नहीं नहाया था. पर जब उसने पहली बार नहाने का मन बनाया तो उसके लिए स्थिति जानलेवा हो गई और अब वो इस दुनिया में नहीं है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार ईरान के रहने वाले आमू हाजी पूरी दुनिया में सबसे गंदे व्यक्ति के तौर पर फेमस थे. आईआरएनए न्यूज एजेंसी ने मंगलवार यानी आज बताया कि उनकी मौत हो गई. वो 94 साल के थे. टाइम्स नाउ समेत अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वो 67 सालों से नहीं नहाए थे. यानी आमू ने आधी सदी से भी ज्यादा वक्त तक अपनी सफाई नहीं की थी.

आपको बता दें कि करीब 7 दशक तक ना नहाने के पीछे शख्स का विचित्र खौफ था. उनको पानी से डर लगता था और उन्हें ऐसे मेहसूस होता था कि अगर वो कभी गलती से नहा लिए तो बीमार पड़ जाएंगे. अब समझ आता है कि शायद वो सही सोच रहे थे. रिपोर्ट्स के अनुसार दक्षिणी प्रांत फार्स के डेगाह गांव में उनकी मौत बीते रविवार को हो गई है. मौत का कारण नहाना ही है.

कुछ महीनों पहले गांव के लोग उन्हें पकड़कर बाथरूम ले गए थे और मिलकर उन्हें सभी ने नहला दिया. पर तब से ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. पहली बार नहाने के बाद वो बीमार रहने लगे और बीते दिनों उनकी मौत हो गई. ईरानी मीडिया के अनुसार साल 2013 में उनके ऊपर एक डॉक्यूमेंट्री भी बनी थी जिसका नाम था. तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट ने उनके बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए बताया था कि उन्हें मरे हुए जानवरों का मांस खाना पसंद था और साथ ही वो सिगरेट वाला पाइप भी पीते थे पर उसमें तंबाकू की जगह वो जानवरों के मल को सुखाकर डाला करते थे. कम उम्र में उन्होंने निजी तौर पर काफी तकलीफे देखी थीं जिसकी वजह से उन्होंने खुद को दुनियादारी से अलग करने का विचार कर लिया था.