नई दिल्ली। शाह रुख खान, उनकी मैनेजर पूजा ददलानी और उनके बॉडीगार्ड रवि सिंह शारजाहं बुक फेयर में भाग लेने के बाद शनिवार तड़के संयुक्त अरब अमीरात से मुंबई लौटे। इसके बाद खबर आई कि शाह रुख खान को उनकी टीम के साथ कस्टम अधिकारियों ने रोक दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया कि उन्हें हवाई अड्डे पर 6.83 लाख रुपये के कस्टम ड्यूटी का भुगतान करने के लिए कहा गया था क्योंकि उनकी टीम लगभग 18 लाख रुपये की महंगी घड़ियां ले जा रही थी, जो उन्होंने यूएई से खरीदी थी। इस खबर की सच्चाई सामने आई है।

अब, कस्टम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने खुलासा किया है कि स्टार और उनकी टीम को फाइन नहीं किया गया था और केवल बेसिक औपचारिकताएं पूरी की गई थीं। अधिकारी ने बताया कि, ‘शाह रुख खान और उनकी टीम को उनके साथ लाए जा रहे सामानों के लिए ड्यूटी का भुगतान करने के लिए कहा गया था। जैसा कि मीडिया द्वारा बताया जा रहा है, कोई जुर्माना देने के लिए नहीं कहा गया था। इस केस में सोशल मीडिया पर जो कुछ भी कहा जा रहा है वह एक है वो सब झूठ है।’

यह बताते हुए कि शाह रुख के भरोसेमंद बॉडीगार्ड रवि सिंह को प्राइवेट जीए टर्मिनल से टी 2 टर्मिनल तक क्यों ले जाया गया, अधिकारी ने कहा, ‘जब भी ड्यूटी या किसी अन्य शुल्क के भुगतान का मामला होता है तो जीए टर्मिनल से यात्रियों को टी 2 तक ले जाया जाता है, क्योंकि यह वह जगह है जहां ऐसे मामलों में यात्रियों के लिए सुविधाएं हैं

अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि शाह रुख की टीम केवल एक एप्पल घड़ी और घड़ी वाइन्डर केस (लक्जरी घड़ियों के लिए उपयोग किए जाने वाले स्पेशल केस) ले जा रही थी, न कि महंगी घड़ियां जैसा कि शुरू में बताया गया था। शाह रुख को शारजाह में मिले गिफ्ट्स की कीमत 17.86 लाख रुपये आंकी गई थी।