जब भी दुनिया के सबसे बड़े गैंगस्टर, बदमाशों और डॉन का जिक्र होता है तो अक्सर पुरुषों का नाम ही सामने आता है. लेकिन आज आपको जिन महिला अपराधियों के बारे में बताने जा रहे हैं उसकी कल्पना करना भी मुश्किल है.
1930 के दशक में अमेरिका में बोनी पार्कर के नाम की तूती बोलती थी. बोनी ने 1930 में क्लाइड बैरो से मुलाकात की उसके कुछ दिन बाद उसे चोरी के आरोप में जेल भेज दिया गया. इसके बाद वो हथियारों की तस्करी के आरोप में कुछ बंदूकों के साथ गिरफ्तार हुई. 1932 में चोरी, स्मगलिंग और मर्डर की वारदातों में बोनी का नाम सामने आने लगा. बोनी ने टेक्सास, ओक्लाहोमा, न्यू मैक्सिको और मिसौरी के कई गैस स्टेशनों, छोटे शहरों के बैंकों और रेस्तरां को लूटा. बोनी पकड़ी जाती लेकिन अपनी चालाकी से फरार हो जाती. 1934 में तो उसने खुफिया एजेंसी एफबीआई को भी चकमा देते हुए टेक्सास की ईस्टहैम स्टेट जेल से पांच कैदियों को छुड़ा लिया. इस कांड के दौरान उसने तीन पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी और डिस्ट्रिक्ट पुलिस चीफ को अगवा कर लिया. आखिरकार बोनी और उसका गैंग लुइसियाना में पुलिस के हत्थे चढ़ा जब उसके एक दोस्त ने उसके ठिकाने की मुखबरी की थी.
मेक्सिको की सबसे बड़ी ड्रग डीलर के रूप में मशहूर रही गैंगस्टर सांद्रा को ‘क्वीन ऑफ़ पेसेफिक’ के नाम से भी जाना जाता है. 11 अक्टूबर 1960 को पैदा हुई सांद्रा का ड्रग साम्राज्य इतना बड़ा था कि एक समय उसे मेक्सिको की सबसे अमीर औरत के रूप में भी जाना जाने लगा था. सांद्रा ने दो बार शादी की और उसके दोनों ही पति एक्स पुलिसमैन थे जो उसके साथ ड्रग डीलर बन गए. इन दोनों की ही हत्या हुई और इसका शक भी सांद्रा पर ही जताया गया था.
वर्जीनिया हिल अमेरिकी अंडरवर्ल्ड का कुख्यात नाम थी जो अपने हुस्न के जाल में बड़े-बड़े अपराधियों और रसूखदार लोगों को फंसाकर अपना काम निकलवाया करती थी. इस शातिर महिला ने वेट्रेस और बार डांसर का काम करने के बाद ज्यादा कमाई के लिए देह व्यापार शुरू किया. कुछ समय बाद उसकी मुलाकात उस दौर के बड़े क्रिमिनल बगसी सीगल से हुई. फिर मनी लॉनडरिंग करने वाली और स्पाय के तौर पर बदमान हो चुकी थी. अपनी जिंदगी से तंग आकर उसने सुसाइड कर ली थी.
स्टेफनी 1897 में फ्रांस में पैदा हुई थी और 1920 में अमेरिकन सिटी न्यूयॉर्क पहुंची जहां उसे मैडम का नाम मिला. फिर उसने न्यूयॉर्क सिटी के हार्लेम इलाके को अपना बेस बनाया. वो पुलिस को उस जमाने में भी 50-50 हजार रुपये घूस दे देती थी. उसकी शिकायत पर कई पुलिसवालों की नौकरी चली गई थी. स्टेफनी का नाम सुनकर भी उस दौर में लोग सहम जाते थे.
मेलिसा काल्डेरोन को फिलहाल दुनिया के सबसे बेरहम गैंगस्टर्स में से एक माना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेलिसा अब तक 150 से ज्यादा लोगों को अपने हाथों से मौत के घाट उतार चुकी है. मेलिसा को अंडरवर्ल्ड में ‘La China’ के नाम से जाना जाता है. जिसके गैंग में 300 से ज्यादा लोग हैं. 32 साल की मेलिसा फिलहाल ड्रग ट्रैफिकिंग और सुपारी किलिंग में उस्ताद माना जाता है. 20 सितंबर 2015 को मेक्सिकन पुलिस ने एंटी ड्रग मूवमेंट के तहत मेलिसा को गिरफ्तार कर लिया था और वो लंबे समय तक जेल में रही.