नई दिल्ली. दिल्ली के सुल्तानपुरी-कंझावला हादसे की जांच में दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. दिल्ली पुलिस को कई ऐसे सबूत हाथ लगे हैं जिसमें यह पता चला है कि घटना के 5 आरोपियों के अलावा 2 अन्य आरोपी और हैं. साथ ही यह भी पता चला है कि उस रात जो कमरा बुक किया गया था वो अंजली ने नहीं बल्कि उसकी बताई जा रही दोस्त निधि ने किया था. इन दो आरोपियों पर पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने और गलत जानकारी देने का खुलासा भी किया है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि इन 2 अन्य आरोपियों ने सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश की है और आरोपियों की मदद करने की कोशिश करते हुए गलत जानकारी दी है. सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. हमारी 18 टीम इसमें काम कर रही हैं. हमने 5 आरोपियों को गिरफ़्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में हमें पता लगा है कि इसमें 2 और लोग आशुतोष व अंकुश खन्ना शामिल हैं. हमारी टीम छापेमारी कर रही है.
हमने चश्मदीद गवाह का बयान दर्ज़ किया है. पूछताछ में पता चला कि गाड़ी दीपक नहीं अमित चला रहा था. पोस्टमॉर्टम के दौरान यौन शोषण का कोई सबूत नहीं मिला है. हम 2 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं. हम जल्द से जल्द चार्जशीट फाइल करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके.
कंझावला केस मामले में यह भी खुलासा हुआ है कि जिस होटल में कमरा नंबर 104 बुक कराया गया था वो अंजली ने नहीं बल्कि निधि ने बुक कराया था. कमरा नंबर 104 को बुक कराने वाली निधि थी और होटल के कमरे की बुकिंग 800 रुपए में की गई थी. दिल्ली पुलिस को होटल विवान पैलेस के रजिस्टर से यह पूरी अहम जानकारी प्राप्त हुई है.
इस पूरे मामले की अपने स्तर पर भी पड़ताल की है. मंगलवार को टीम इस घटना से संबंधित जानकारी जुटाने के लिये मंगोलपुरी में थी. एक सोर्स जिसने नाम न ज़ाहिर करने की शर्त पर हमारे सामने……….. नंबर पर कॉल किया. ये नंबर अंकुश खन्ना उर्फ़ पुच्ची का बताया जा रहा है. हमने ट्रू कॉलर में भी ये नंबर को चेक किया तो ये अंकुश खन्ना के नाम से सामने आ रहा है. उस सोर्स ने उससे स्पीकर पर लगाकर बात की और हमने उस बातचीत को अपने फ़ोन पर रिकार्ड किया जिसमें वो उस घटना के बारे में बात कर रहा था कि गाड़ी … हमारी टीम ने भी उसी नंबर पर बात करने के लिए कॉल किया. लेकिन वो पहले कही बात से मुकर गया और फ़ोन काट दिया.
उसके बाद हमारी टीम दीपक खन्ना के घर पहुँची… दूसरी मंज़िल पर रहने वाला दीपक जिसे सभी कालू के नाम से बुलाते है उसके घर पर ताला लगा हुआ था. …हमने फिर फर्स्ट फ़्लोर पर रहने वाले किरायेदार से बात की तो उन्होनें बताया की सुबह 3:30 बजे उसके ताऊ का लड़का पुच्ची उसे लेने आया था. घटना वाली रात यानी की 31-1 की दरमियानी रात को तक़रीबन 10:45 बजे उससे बात कर के ऊपर अपने घर चला गया था…
सुबह तक़रीबन 3:30 बजे दीपक खन्ना के ताऊ के बेटे जिसका नाम पुच्ची बताया है, उसने दरवाज़ा खटखटाया… किरायदार महिला ने ये सुनकर दरवाजा खोला कि वो ऊपर कल्लू से मिलने आया है …पुच्ची ऊपर गया और उसके थोड़ी देर बाद दीपक भी नीचे चला गया…तकरीबन 3:45 के पास 3-4 लोग ऊपर आए …शक्ल तो देखी नहीं लेकिन सीढ़ियों पर ऊपर जाते वक्त ये ज़रूर लगा कि 2-3 से ज्यादा लोग होंगे…
इस बीच देखा जाए तो आज सुल्तानपुरी थाने के बाहर अंजली के परिजनों ने धरना दिया. इसकी वजह से सड़क पर जाम की स्थिति भी पैदा हो गई. वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही और लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ी है. परिजनों की मांग है कि उनकी बेटी को इंसाफ दिलाया जाए. दोषियों को फांसी की सजा दी जाए. उन्होंने मांग कि अंजली की दोस्त निधि की सख्ती से जांच की जाए और पता लगाया जाए कि वो क्यों झूठ बोल रही है.