दिल्ली।  केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में चुनाव हैं। तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है लेकिन कुछ ही महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में साथ-साथ रहे दो दलों- कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तलावरें खींच गई हैं। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने बीते दिनों दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ आरोप पत्र और श्वेत पत्र जारी किया।

अजय माकन ने इस दौरान 2013 में त्रिशंकु जनादेश के बाद अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली 49 दिन की गठबंधन सरकार का जिक्र करते हुए इसे कांग्रेस की बड़ी भूल बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अगर उस समय केजरीवाल सरकार के गठन में सहयोग नहीं किया होता तो आज दिल्ली के नागरिकों को समस्याएं नहीं झेलनी पड़तीं।

अजय माकन ने हालिया लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया ब्लॉक में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी और गठबंधन को भी कांग्रेस के लिए नुकसानदेह बताया और कहा इसका खामियाजा पार्टी विधानसभा चुनाव में भुगत रही है। अजय माकन और दिल्ली कांग्रेस के तमाम नेता जहां 11 साल पुरानी भूल को याद कर रहे हैं, वहीं यूथ कांग्रेस ने महिला सम्मान और संजीवनी योजना के रजिस्ट्रेशन को लेकर सत्ताधारी दल के खिलाफ थाने में भी शिकायत दे दी है। अब सवाल है कि कांग्रेस क्यों बार-बार 11 साल पुरानी भूल याद कर रही है?