पाकिस्तान आर्थिक रूप से अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. घटते विदेशी मुद्रा भंडार और बढ़ते कर्ज ने पाकिस्तान की अर्थव्यस्था को बर्बादी के कगार पर ला खड़ा किया है. पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई का अलाम ये है कि कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 10,000 पाकिस्तानी रुपये तक पहुंच चुकी है. पाकिस्तान की सरकार भी मान चुकी है कि देश में स्थिति गंभीर है. पाकिस्तान से भारत में भी कई चीजें आती हैं. इनमें ताजे फल, सीमेंट और चमड़े सामान शामिल हैं और भारत में इन चीजों की डिमांड भी काफी है.

साल 2017 में भारत ने पाकिस्तान से 488.5 मिलियन डॉलर की कीमत के सामानों का आयात किया था. इनमें ड्राइफ्रूट्स, तरबूज और अन्य फल थे. पाकिस्तान के ताजे फलों के लिए एक बड़ी मार्केट भी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, 2017 में भारत ने 89.62 मिलियन डॉलर (63 करोड़) के फल पाकिस्तान से आयात किए थे. पाकिस्तान से आने वाले फल कश्मीर के रास्ते राजधानी दिल्ली के मार्केट तक पहुंचते हैं.

भारत में बिकने वाला बिनानी सीमेंट का प्रोडक्शन पाकिस्तान में होता है. पाकिस्तान का नमक, सल्फर, पत्थर और चूना भी भारत में खूब बिकता है. व्रत में इस्तेमाल होने वाला सेंधा नमक पाकिस्तान से ही आता है. इसके अलावा मुल्तानी मिट्टी भी पाकिस्तान से आती है, जिसका इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधनों में होता है. इसके अलावा हमारे चश्मों में इस्तेमाल होने वाले ऑप्टिकल्स भी बड़ी मात्रा में पाकिस्तान से आते हैं. कुछ मेडिकल उपकरण भी भारत पड़ोसी से मंगाता है. भारत बड़ी मात्रा में पाकिस्तान से चमड़े के सामानों का भी आयात करता है.

पाकिस्तान भारत को बड़े पैमाने पर कॉटन एक्सपोर्ट करता है. भारत स्टील भी पाकिस्तान से मंगाता है और तांबा भी बड़ी मात्रा में पड़ोसी देश से आता है. भारत को गैर कार्बनिक केमिकल्स, मेटल कंपाउंड भी पाकिस्तान एक्सपोर्ट करता है. चीनी से बनने वाली कन्फैक्शनरी संबंधी प्रोडक्ट्स भी पाकिस्तान से आते हैं. भारत में लाहौर के कुर्ते, पेशावरी चप्पलें भी खूब बिकती हैं.