बमाको: यूक्रेन युद्ध में फंसे रूस के हथियार अब अफ्रीका में तबाही मचा रहे हैं। अफ्रीकी देश माली को रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने सुखोई फाइटर जेट से लेकर एमआई-8 हेलिकॉप्‍टर की सप्‍लाइ की है। रूस ने अपने नए सैन्‍य और राजनीतिक सहयोगी माली को इन घातक हथियारों की सप्‍लाइ की है। इसके अलावा चेक गणराज्‍य के डिजाइन किए गए अल्‍बटरोस एल-39 विमानों की भी रूस ने माली को दिया है। सुखोई-25 फाइटर जेट जमीनी सेना को मदद के लिए डिजाइन किए गए हैं।

एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के राजदूत इगोर ग्रोमयको ने 8 फाइटर जेट और दो हेलिकॉप्‍टर एक कार्यक्रम सौंपे हैं। रूस ने यह घातक हथियार माली के सैन्‍य शासक कर्नल अस्सिमी गोइटा को सौंपे। एल-39 विमानों को शुरू में ट्रेनिंग के उद्देश्‍य से बनाया गया था। अब इसका इस्‍तेमाल दुश्‍मन पर हमला करने के लिए भी इस्‍तेमाल किया जाने लगा है। माली को सोवियत डिजाइन वाला एमआई-8 ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्‍टर भी दिया गया है। है। इस हेलिकॉप्‍टर की मदद से न केवल सैनिकों को ले जाया जा सकता है, बल्कि उस पर मशीनगन लगाकर जमीन पर हमला भी किया जा सकता

माली के अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि उन्‍हें रूस से कितने हथियार मिले हैं। उन्‍होंने दावा किया कि ये हथियार उन्‍होंने खरीदे हैं। उन्‍होंने यह नहीं बताया कि कितना पैसा दिया गया है। इससे पहले मार्च और अगस्‍त 2022 में भी रूस ने घातक हथियारों की आपूर्ति माली को की थी। पश्चिमी अफ्रीकी देश माली जिहादियों से संघर्ष कर रहा है। इसके अलावा साल से 2012 से ही राजनीतिक और मानवीय संकट चल रहा है। साल 2020 में तख्‍तापलट के बाद वहां वर्तमान सैन्‍य सरकार चल रही है।

इस नई सरकार ने अपने पूर्व औपनिवेश‍िक शासक फ्रांस से रिश्‍ता तोड़ लिया था। इसके बाद माली में रूस कूद पड़ा और उसने सैन्‍य सरकार को हथियारों की मदद देना शुरू कर दिया। कई सूत्रों ने बताया कि सैन्‍य जुंटा ने रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन की निजी सेना कहे जाने वाले वैगनर के अर्द्धसैनिक बलों को साल 2021 में अपने देश में बुलाना शुरू कर दिया। इसकी कई देशों ने आलोचना की थी। माली के शासको ने इस आरोप का खंडन किया है।