मेरठ के नंगलामल में हुई डकैती का प्रकरण लखनऊ तक पहुंच गया है। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मामले में लीपापोती करने वाले इंस्पेक्टर के बारे में एसएसपी से बात करने के साथ ही लखनऊ में भी बातचीत की है। ग्रामीणों ने कहा कि मुंडाली पुलिस की मिलीभगत से क्षेत्र में अवैध खनन हो रहा है। किसानों की चोरी की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं हो रही है। इस पर सांसद ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे इस संबंध में प्रभारी मंत्री और मुख्यमंत्री से भी वार्ता करने में पीछे नहीं हटेंगे।
शनिवार आधी रात नंगलामल में किसान शिवम तोमर के घर डकैती के बाद सोमवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने पीड़ित परिवार से बात की। पीड़ित के भाई विशाल ने इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह बिसारे पर डकैती को चोरी में दर्ज कराने के दबाव बनाने का आरोप लगाया। गांव वालों ने बताया कि थाना पुलिस की मिलीभगत से क्षेत्र में अवैध खनन हो रहा है। नलकूपों के स्टार्टर कई बार बदमाश चोरी करके ले गए, लेकिन थाने पर रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। पीड़ितों के साथ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया गया।
वहीं, सांसद ने एसएसपी से फोन पर वार्ता की। एसएसपी ने उन्हें बताया कि इंस्पेक्टर और बाकी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू करा दी गई है। जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सांसद ने कहा कि किठौर और मुंडाली थाना क्षेत्र अपराध का केंद्र बनते जा रहे हैं। ऐसे में लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
गांव के कुलदीप तोमर, जितेंद्र सिंह ने कहा कि गांव में संजय त्यागी लेखपाल हैं, लेकिन 14 माह बाद भी वारिस में उनके नाम खसरा, खतौनी में नहीं चढ़ाए गए हैं, जबकि उनसे सुविधा शुल्क भी ले लिया गया है। सांसद ने फोन करके तहसीलदार सदर से लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा। इस दौरान कुलदीप तोमर, योगेंद्र तोमर, फिरेराम सिंह, ब्रजभूषण, ओमपाल सिंह, हर्ष गोयल सहित अन्य मौजूद रहे।
सीओ किठौर रुपाली राय ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। हाल ही में दूसरे जिलों में जहां ऐसी वारदात हुई हैं, वहां पर भी पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। नंगलामल में पूर्व में हुई डकैती में जेल गए बदमाशों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पिछले डेढ़ दो महीने में जो भी लोग परिवार में आए उन सभी को जांच के दायरे में रखा जा रहा है। आसपास काम करने वाले मजदूरों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। एक कपड़े बेचने वाला भी कुछ दिन पहले घर आया था। यह सब लोग जांच के दायरे में हैं।