नई दिल्ली: पितृ पक्ष खत्म होते ही अगले दिन से शारदीय नवरात्रि का पर्व शुरू होगा. 9 दिन तक मां शक्ति की आराधना के साथ-साथ उत्सव भी मनाया जाएगा. साल में पड़ने वाली 4 नवरात्रि में यह नवरात्रि इसलिए खास होती हैं क्योंकि इसमें आराधना के साथ-साथ उत्सव भी होता है. इस साल अश्विन महीने की नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरू होंगी और 15 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा. इसी दिन देवी मां की प्रतिमाओं का विसर्जन होता है.
नवरात्रि को लेकर इस साल जो स्थितियां बन रही हैं, वे शुभ नहीं है. इसकी 2 वजहें हैं. पहला कारण है कि नवरात्रि गुरुवार से शुरू हो रही हैं. जब नवरात्रि गुरुवार से शुरू होती हैं तो इसका मतलब होता है कि देवी मां डोली में सवार होकर आ रही हैं. ज्योतिष में मां दुर्गा की डोली की सवारी को शुभ नहीं माना जाता है. मां की ऐसी सवारी नुकसान, हिंसा और प्राकृतिक आपदाएं आने का संकेत देती है.
अश्विन 2021 की नवरात्रि को लेकर दूसरा अशुभ कारण है दिनों का घटना. नवरात्रि 9 दिनों की होती हैं लेकिन इस साल हिंदू पंचांग के अनुसार यह पर्व 8 दिनों का ही है. ज्योतिष और धर्म दोनों के ही मुताबिक नवरात्रि के दिनों का घटना शुभ नहीं माना जाता है. यदि नवरात्रि बढ़कर 9 दिन की बजाय 10 दिन की हों तो यह बहुत अच्छा होता है. मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों के दौरान मां धरती पर आकर अपने भक्तों का आशीर्वाद देती हैं. ये 9 दिनों देवी दुर्गा के 9 रूपों को समर्पित होते हैं.