जेरूसमल। इजरायल ने हमास के ओसामा बिन लादेन कहे जाने वाले याह्या सिनवार को मोस्ट वांटेड घोषित कर दिया है। याह्या सिनवार को इजरायल के खिलाफ हुए आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है। सिनवार हमास में इस्माइल हानिया के बाद नंबर दो का नेता है।
याह्या सिनवार को इजरायल में खान यूनिस का कसाई के नाम से जाना जाता है। इसका पूरा नाम याह्या इब्राहिम हसन सिनवार है जो वर्तमान में हमास के राजनीतिक विंग का प्रमुख है।
याह्या सिनवार साल 2017 में हमास के पोलित ब्यूरो का मेंबर भी बना था। इजरायली एजेंसियों के अनुसार, याह्या सिनवार हमास के पोलित ब्यूरो और उसकी सैन्य ईकाई आईक्यूबी के बीच की कड़ी माना जाता है।
याह्या सिनवार ने वर्ष 1988 में दो इजरायली सैनिकों का अपहरण करके उनकी हत्या कर दी थी। इस मामले में उसे इजरायल ने गिरफ्तार किया और उम्रकैद की सजा सुनाई।
याह्या सिनवार 22 साल तक इजरायली जेल में कैद रहा, लेकिन वर्ष 2011 में कैदियों की अदला-बदली में उसे छोड़ दिया गया। इसके बाद वह गाजा पट्टी चला गया और हमास ज्वाइन कर लिया।
याह्या इजरायल के खिलाफ शुरू से ही सबसे मुखर रहा है। यही कारण है कि उसने 1988 में हमास के अंदर अल-मजीद नाम के आंतरिक खुफिया एजेंसी का गठन किया था। यह एजेंसी गाजा पट्टी में इजरायल के एजेंटों या उसके प्रति नरम रूख रखने वाले लोगों को खोजकर मारने का काम करती है।
याह्या सिनवार ने इजरायल की मदद करने वाले हजारों फिलिस्तीनियों को अपने हाथों से मारा है। यही कारण है कि इसे खान यूनिस का कसाई कहा जाता है।
इसे 2015 में अमेरिका ने स्पेशियली डेजिग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट्स की सूची में डाल दिया था। जिसका मतलब यह व्यक्ति अमेरिका के लिए वांछित आतंकी है। अमेरिका ने हमास को भी आतंकी संगठन घोषित किए हुए है।
इजरायल पिछले एक दशक से याह्या सिनवार को खोज रहा है। उस पर सैकड़ों इजरायली नागरिकों की हत्या करने का आरोप है।
याह्या सिनवार हर साल इजरायल को नक्शे से मिटाने की धमकी देता है। उसका मानना है कि इजरायली नागरिकों को वहां चले जाना चाहिए, जहां से वे आए थे।