नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव और छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सीएम पद की शपथ ले चुके हैं। इधर, राजस्थान में भी पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जारी हैं। पहले विधानसभा चुनाव में नतीजों और बाद में सीएम फेस पर चौंकाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने अब खुलकर मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया पर बात की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बताया है कि पार्टी किसी के नाम पर कैसे मुहर लगाती है।

एक कार्यक्रम के दौरान नड्डा ने पार्टी की तरफ से किए जाने वाले गहन शोध पर बात की है। खास बात है कि इस दौरान भाजपा बड़े नेताओं के अलावा जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं पर भी नजर बनाए रखती है। उन्होंने कहा, ’भाजपा में सभी कार्यकर्ताओं के कामों, उनके इतिहास, उनकी गतिविधियों और उनकी प्रतिक्रियाओं पर बारीकी से नजर रखी जाती है।’
उन्होंने कहा, ’और हमारे पास काफी बड़ा डेटा बैंक है। हम इसके जरिए समय-समय पर अध्ययन करते रहते हैं।’

उन्होंने बताया कि चुनाव की तारीख घोषित होने के साथ ही प्रक्रिया शुरू हो जाती है और पार्टी टिकट बांटना शुरू कर देती है। नड्डा ने कहा, ’जब चुनाव की तारीखों का ऐलान होता है, जब से हम उम्मीदवारों को टिकट देते हैं… कौन हमारा नेता होगा, कौन विपक्ष या सत्तापक्ष के लिए अच्छा नेता होगा। तब से ही प्रक्रिया शुरू हो जाती है। यह प्रक्रिया जारी रहती है। चुनाव के नतीजों के बाद यह और तेज हो जाती है। गहरा विचार-विमर्श किया जाता है। ऐसा ही कैबिनेट सिलेक्शन में भी होता है।’

नए कप्तानों के साथ ही अब राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के पुराने मुख्यमंत्रियों के भविष्य को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। नड्डा ने बताया है कि तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को पार्टी में उनके स्थान के हिसाब से भविष्य की भूमिकाएं दी जाएंगी। नाराजगी की बात से उन्होंने इनकार किया है।