लखनऊ। लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। तारीखों का एलान हो चुका है। चुनाव के घोषणा के साथ ही सपा मुखिया अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है। परिवार के बेहद करीबी रहे पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव ने उनका साथ छोड़ दिया है। अब वह भाजपा के पाले से बैटिंग करेंगे। अभी दो दिन पहले आगरा के दो विधायक सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
रविवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी कासगंज जिला पहुंचे। यहां उन्होंने सपा के पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई। बताया गया कि एक समय में देवेंद्र मुलायम सिंह परिवार के काफी करीबी रहे हैं। उनके पास राजीनिति का लंबा अनुभव है। वह 1976 से लेकर अभी तक विभिन्न चुनाव जीतकर बड़े पदों पर रह चुके हैं।
एक नजर में कुं0 देवेंद्र सिंह यादव का राजनीतिक सफर
1976 में चण्डौस सोसाइटी में अध्यक्ष पद पर चुने गए।
1981 में अल्लीपुर बरवारा के प्रधान पद पर चुने गए।
1983 में ब्लॉक प्रमुख सोरों के पद पर चुने गए।
1988 में दोबारा ब्लॉक प्रमुख सोरों के पद पर चुने गए।
1989 में विधायक पटियाली से चुने गए।
1996 में दोबारा विधायक पटियाली से चुने गए।
1999 में एटा से लोकसभा के लिए चुने गए।
2004 में दोबारा एटा से लोकसभा के लिए चुने गए।