संभल।  शाहबुद्दीन, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी की कुर्बानी को मत भूलना। भाजपा का सफाया करना है। यह विवादित बयान संभल लोकसभा क्षेत्र के सपा प्रत्याशी जियाउर्रहमान बर्क ने दिया है। इस बयान का वीडियो वायरल होते ही पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया। एफएसटी के प्रभारी ने आचार संहिता उल्लंघन और नफरत फैलाने के मामले में कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रविवार की रात संभल के मोहल्ला चमन सराय में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते समय सपा प्रत्याशी ने यह बयान दिया। सपा प्रत्याशी ने आगे कहा कि आजम खां और उनके परिवार को जेल में डाल दिया।

यह जुल्म लगातार किया जा रहा है। बुलडोजर से डराया जाता है, लेकिन हम डरते नहीं है। हम अल्लाह से डरते हैं। उन्होंने अपने दादा डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का हवाला देते हुए कहा कि वह हमेशा कौम की आवाज उठाते थे और उनकी तरह वह भी लोगों की आवाज बनेंगे। विवादित बयान को लेकर एफएसटी के प्रभारी हरिशंकर प्रसाद ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस को दी तहरीर में एफएसटी प्रभारी ने बताया है कि सपा प्रत्याशी जियाउर्रहमान बर्क ने अपने 4-5 अज्ञात साथियों के साथ मिलकर चमन सराय में बिना अनुमति नुक्कड़ सभा की।

जिसकी अनुमति मांगने पर दिखाई नहीं गई। नुक्कड़ सभा के दौरान दुर्दांत अपराधियों को नायक की तरह पेश किया। जिससे लोकशांति के बिगड़ने की संभावना है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 171(ग), 153 ए और 188 में रिपोर्ट दर्ज की है।