लखनऊ।   आजमगढ़ का एक शख्स दरोगा की वर्दी पहन घूमता था। खुद को दरोगा बता शादी तय की। रुपये भी लिए। अचानक से युवती को कुछ शक हुआ तो पुलिस से शिकायत की। कृष्णानगर पुलिस ने शनिवार को जब उसको पकड़ा तो उसकी पोल खुल गई। युवती की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है।

एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी ने बताया कि आजमगढ़ निवासी सत्यम तिवारी खुद दरोगा बनकर वर्दी में घूमता था। कुछ महीने पहले उसने एक युवती से शादी तय की। उसने युवती को बताया कि वह लखनऊ में पुलिस मुख्यालय में तैनात है। इस दौरान सत्यम ने युवती से करीब पचास हजार रुपये भी लिए।

कुछ दिन पहले सत्यम ने युवती से कहा कि उसका ट्रांसफर दिल्ली हो गया है। इस पर युवती को शक हुआ। क्योंकि सवाल था कि यूपी पुलिस के दरोगा का ट्रांसफर दिल्ली क्यों हो जाएगा। तब उसने सत्यम के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। इसकी जानकारी पर सत्यम ने उससे गाली गलौज भी की। तब युवती ने लखनऊ पुलिस के अफसरों को मामले की जानकारी देकर शिकायत की।

एसीपी के मुताबिक शिकायत के आधार पर सत्यम को पकड़ा गया। जब उसकी गिरफ्तारी की गई तब वह सर्दी के मौसम में पहनी जाने वाली वर्दी में था। खुद को दरोगा ही बता रहा था। तीन साल पहले भी सत्यम फर्जी दरोगा बनकर बरेली में घूम रहा था। तब बरेली पुलिस ने उसे गिरफ्तारी कर जेल भेजा था। छूटने के बाद से वह फिर से फर्जी दरोगा बनकर घूमने लगा।