लखनऊ :  अमेठी में हत्याकांड में पूरे परिवार को खत्म कर दिया गया था। शनिवार को पीड़ित परिवार के शेष लोगों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।

प्रदेश सरकार अमेठी में मारे गए रायबरेली निवासी शिक्षक सुनील के परिवार के एक आश्रित को नौकरी के साथ ही जमीन का पट्टा भी देगी। आर्थिक मदद भी की जाएगी। शिक्षक सुनील के पिता रामगोपाल, बहन सुनीता देवी और भाभी निशा देवी शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मिले। इस दौरान ऊंचाहार (रायबरेली) से सपा के बागी विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोज पांडे भी मौजूद रहे।

मनोज पांडेय ने बताया कि मुलाकात के दौरान हमने सीएम को एक मांग पत्र भी दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। प्रदेश सरकार पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देगी। पट्टा जमीन देने के भी निर्देश दिए गए हैं। मृतक आश्रित कोटे में परिवार जो एक नाम तय करके देगा, उसे नियमानुसार सरकारी नौकरी भी मिलेगी। सीएम ने पीड़ित परिवार के सभी सदस्यों के आयुष्मान कार्ड तत्काल बनाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। पीड़ित परिवार को एक सीएम आवास भी मिलेगा।मनोज पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस जघन्य हत्याकांड में कड़ी कार्रवाई का भरोसा भी दिया।

सीएम से मिलने के बाद मृतक शिक्षक सुनील के पिता रामगोपाल ने मीडिया को बताया कि मजदूरी करके बच्चों को पढ़ाया लिखाया। बहू के साथ आरोपी ने छेड़खानी की, तब हमने रिपोर्ट लिखाई। लेकिन, तब पुलिस ने समुचित कार्रवाई नहीं की। हमें खिलाने वाला कोई नहीं है। सीएम हमारे दुख में शरीक हुए हैं। हमने उन्हें छत देने को कहा, खेत देने को कहा, नौकरी देने को कहा, फ्री इलाज की बात कही। इस पर सीएम ने कहा कि हां मिलेगा। हम अब अपराधी पर कड़ी कार्रवाई चाहते हैं।

दिल्ली पहुंचा अमेठी हत्याकांड का मामला, जांच करने आज आएगा आयोग
अमेठी में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या का मामला दिल्ली तक पहुंच गया है। यही वजह है कि राष्ट्रीय अनुसूूचित जाति आयोग (एनसीएससी) रविवार को रायबरेली के साथ अमेठी जाकर इस पूरे घटनाक्रम की जांच करेगा। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि पूर्वाह्न करीब ११ बजे आयोग की टीम मृतक शिक्षक सुनील कुमार के गांव सुदामापुर पहुंचेगा। परिवार से बातचीत करके घटना की जानकारी लेगा। इसके बाद आयोग के अमेठी जाकर भी जांच करने का कार्यक्रम है।