मुंबई : बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में सियासत गरमा गई है। इसी बीच रॉ के पूर्व अफसर एनके सूद ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बाबा सिद्दीकी की मौत पर लोग आंसू बहा रहे हैं लेकिन वह कोई भला आदमी नहीं था। वह एक माफिया था, अगर वह उत्तर प्रदेश में होता तो बाबा योगी आदित्यनाथ ने उनका कब का एनकाउंटर करवा दिया होता।
एनके सूद ने कहा कि मार्च 1993 में मुंबई में ब्लास्ट हुआ था। सरकार ने जांच के लिए एक कमिटी बनाई गई थी, कमिटी ने तीन महीने के अंदर रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट में अंडरवर्ल्ड और पॉलिटिशन के नाम थे। केंद्र में पीवी नरसिम्हा राव सरकार थी, उन्होंने सारे नाम निकलवा दिए थे ताकि उनके नेता न फंसे।
रॉ के पूर्व अधिकारी ने कहा कि बाबा सिद्दीकी के खिलाफ जांच चल रही थी। उनकी 400 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त कर ली गई थी। उसे ईडी गिरफ्तार करने की तैयारी में थी, उससे पहले उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा, ‘हां बाबा सिद्दीकी एक बहुत ही खास नेता थे। यह अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड के बीच एक कड़ी थी। ईडी ने उनकी सैकड़ों करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले भी दर्ज हैं। अगर वह यूपी में होते तो योगी क्या करते?’
रॉ अधिकारी ने कहा, ‘लॉ एंड ऑर्डर बेहतर होगा। यूपी के अंदर जितने जिहादी थे, अंडरवर्ल्ड कनेक्शन वाले थे उनका एनकाउंटर हो गया या उन्हें गोली मार दी गई सिद्दीकी का जो मर्डर हुआ, वह अच्छा नहीं है लेकिन अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन था, वह अच्छा आदमी नहीं था। शिंदे सरकार ऐसे आदमी को राजकीय सम्मान दे रही है। मुसलमान वोट बैंक के चक्कर में जबकि मुस्लिम वोट नहीं देगा।’
एनके सूद ने कहा कि नवाब मलिक और संजय राउत भी जेल में रहे। आज वे बाबा सिद्दीकी की मौत पर आंसू बहा रहे हैं। आज एक ऐसे को सपोर्ट कर रहे हैं जो आतंक था। लॉरेंस बिश्नोई ने क्लेम किया है उसने बाबा सिद्दीकी को मरवाया। लेकिन बाबा सिद्दीकी यूपी में होते तो बाबा ने एनकाउंटर करवा दिया होता। मुंबई में बिश्नोई ने ही उनका एनकाउंटर कर दिया। बिश्नोई एक काम तो कर रहा है, सुधार तो कर रहा है। जिसे मारा वह ईमानदार व्यक्ति नहीं था।
संजय दत्त, शाहरूख खान का बेटा भी जेल गया, कैसे बच निकला सब जानते हैं। बॉलिवेड में अंडरवर्ल्ड एक्टिव है। लॉरेंस बिश्नोई सफाई से काम कर रहा है। बाबा सिद्दीकी जैसे व्यक्ति को शिंदे सरकार सम्मान दे रही है जो बहुत गलत बात है। दाऊद भाग गया उसके कुछ करीबी पकड़े गए उन्होंने भी बाबा सिद्दीकी समेत कोई नाम लिए थे। सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।