नई दिल्ली: अलग-अलग कविताओं और लेखों में बचपन से हम ये पढ़ते आ रहे हैं कि जंगल में कस्तूरी नामक एक ऐसी मृग भी रहती है, जिसकी नाभि में दुनिया की सबसे आकर्षक खुशबू होती है. लोगों में इस खुशबू की चाहत इतनी प्रबल होती है कि उसे पाने के लिए बड़े स्तर पर मृग का शिकार तक किया जाता रहा है. हालांकि बहुत से लोग इन सभी तथ्यों को महज एक भ्रांति के रूप में ही देखते हैं. ऐसे में आज लोकल 18 आपसे “कस्तूरी” नामक इस खास मृग और उससे आने वाली बेहतरीन खुशबू पर कुछ वास्तविक जानकारी साझा करने वाला है.
पिछले 25 सालों से वाइल्ड लाइफ पर काम कर रहे, नेचर एनवायरमेंट और वाइल्ड लाइफ सोसायटी के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक बताते हैं कि “कस्तूरी” एक खास मृग है, जो हिरण और कृष्ण मृग से भिन्न होता है. अंग्रेजी में इसे musk Deer कहते हैं, जो मुख्य रूप से मृग प्रजाति के अंतर्गत आती है.
जानकार बताते हैं कि कस्तूरी मृग की नाभि में एक पॉड होता है, जिसमें कस्तूरी (Musk) नामक तत्व भरा होता है. ये तत्व इतना सुगंधित होता है कि इसे दुनिया के सबसे बेहतरीन खुशबुओं में शुमार किया गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया के सबसे बेहतरीन परफ्यूम्स में से एक “Musk” को कस्तूरी से ही तैयार किया जाता है, इसलिए इसे Musk के नाम से जाना जाता है.
बकौल अभिषेक, मृग के वयस्क होने के साथ-साथ उनकी नाभि में मौजूद कस्तूरी की खुशबू भी बढ़ती जाती है. सबसे खास बात यह है कि मंत्रमुग्ध कर देने वाला यह तत्व सिर्फ और सिर्फ नर मृग में ही पाया जाता है, मादाएं, कस्तूरी से वंचित होती हैं.
जानकारों की मानें तो, नर मृग की नाभि में चमड़े की गेंद की तरह एक आकृति बनी होती है, जिसके अंदर अर्ध ठोस ( जेली की तरह) रूप में एक खुशबूदार तत्व भरा होता है. गौरतलब है कि इसे ही कस्तूरी के नाम से जाना जाता है. मृग की बढ़ती उम्र के साथ-साथ कस्तूरी भी सूखने लगता है और एक समय में सूखकर क्रिस्टल के फॉर्म में हो जाता है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि कस्तूरी की खुशबू इतनी हल्की, आकर्षक और टिकाऊ होती है कि इसके एक ग्राम की कीमत 30 हज़ार रुपए तक बताई जाती है. कहा तो यह भी जाता है कि अपनी नाभि से आने वाली कस्तूरी की खुशबू से मृग इतना मदमस्त हो जाता है कि पूरी जिंदगी उसकी तलाश में भटकता रहता है. आश्चर्य की बात यह है कि मृग इस बात से ही अंजान होता है कि कस्तूरी की खुशबू उसकी नाभि से ही आ रही है.