नई दिल्ली: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने 2025-26 सत्र के लिए चार और क्लासेज की किताबें लाने की तैयारी शुरू की है। स्कूली शिक्षा के लिए नैशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के आधार पर 2024-25 में सबसे पहले क्लास 3 और 6 की नई किताबें आई हैं और अगले वर्ष चार क्लासेज की किताबें आएंगी। एनसीईआरटी ने विभिन्न राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की निर्धारित भाषाओं में 79 प्राइमर विकसित किए गए हैं, इन शॉर्ट बुक से किसी भी भाषा को सीखने की शुरुआत हो सकेगी। ये प्राइमर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार हैं और मूल भाषा में शिक्षा को बढ़ावा देता है।

NCERT के निदेशक प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी का कहना है कि विभिन्न भाषाओं में 79 प्राइमर तैयार कर लिए हैं और पहले चरण में कुल 121 बनाए जाने है, ये प्राइमर किसी भी भाषा को सीखने की शुरुआती पहल है। प्राइमर एक प्रवेशिका होती है, जो किसी भी भाषा को सीखने के लिए शुरुआती कदम होती है। नई शिक्षा नीति के तहत ये प्राइमर तैयार किए जा रहे हैं।

जल्द ही बचे हुए 42 प्राइमर भी तैयार होंगे, जिन पर तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी ने 2025-26 में यानी अगले साल चार क्लासेज की नई किताबें लाने की तैयारी की है। प्रो. सकलानी का कहना है कि क्लास 4, 5, 7 और 8 की नई किताबें आएंगी और हाल ही में एनसीईआरटी ने एमेजॉन के साथ समझौता किया है ताकि लोग घर बैठे भी किताबें मंगवा सकें।

प्राइमर के जरिए वैज्ञानिक विधि से अक्षर पहचान के साथ पढ़ना और लिखने में मदद मिलती है। साथ ही बच्चों को किसी भी प्रदेश की सांस्कृतिक पहलुओं के बारे में भी पता चलता है। बच्चे अपनी भाषाओं और मातृभाषाओं की ध्वनियों, वर्णों, शब्दों व वाक्य विन्यास के साथ- साथ संबंधित राज्य की राजभाषा, सभ्यता- संस्कृति का बुनियादी ज्ञान भी हासिल करते हैं।

शिक्षा के प्रारंभिक चरण में विद्यार्थियों को उनकी मातृभाषाओं में शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने और उन्हें अपनी भाषा में अध्ययन करने का अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भारतीय भाषाओं के प्राइमर लांच किये हैं। इनमें आदिवासियों द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं के प्राइमर भी शामिल हैं। स्थानीय स्तर पर प्रचलित भाषाओं को शामिल किया गया है।

इस वर्ष क्लास 3 और 6 की नई किताबें आई और शुरुआत में किताबों की कमी भी देखने को मिली। लेकिन अब एनसीईआरटी पहले की तुलना में कहीं ज्यादा किताबें प्रकाशित करेगा। साथ ही लोगों को आसानी से किताबें मिल सके, इसको लेकर भी नए प्रयोग किए जा रहे हैं। एनसीईआरटी की ओरिजिनल किताबें अब ई- कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर होंगी।

NCERT और एमेजॉन सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के बीच इसको लेकर महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कुछ दिन पहले एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा था कि आने वाले वर् में एनसीईआरटी सभी क्लासेज की कुल 15 करोड़ किताबें प्रकाशित करेगा, जो पहले की तुलना में तीन गुना होगा। अभी हर वर्ष करीब 5 करोड़ पुस्तकें प्रकाशित की जाती हैं।