मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति के नेता के रूप में भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेन्द्र फड़नवीस राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।

फड़नवीस को आज यहां विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के विधायक दल का नेता चुना गया। महायुति में शामिल शिवसेना के नेता एवं निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार ने पहले ही भाजपा के मुख्यमंत्री के साथ एकजुटता से काम करने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी समारोह में उपस्थिति होंगे। इसके अलावा समारोह में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के वरिष्ठ नेताओं और राजग की सरकारों वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों के उपस्थित रहने की संभावना है।

महाराष्ट्र विधानसभा के हाल में संपन्न चुनावों में भारी बहुमत से जीत के बाद लगातार दूसरी बार महायुति की सरकार बनने जा रही है। प्रदेश भाजपा के नेता सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि महायुति के नेता अपराह्न साढ़े तीन बजे राज्यपाल से मिल कर श्री फडनवीस के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा करेंगे। इससे पहले महायुति के निर्वाचित सदस्यों की विधानसभा भवन में एक बैठक बुलाई गयी है। वहां से गठबंधन के नेता राज भवन के लिए प्रस्थान करेंगे।

भाजपा के पर्यवेक्षक के रूप में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मौजूदगी में भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार ने पार्टी के 132 विधायकों के सामने फड़नवीस के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका सुश्री पंकजा मुंडे एवं कई अन्य विधायकों ने पूरे उत्साह से अनुमोदन किया। रूपाणी ने विधायकों से पूछा कि यदि उनके मन में किसी और के नाम का प्रस्ताव है तो वे रखें लेकिन सभी विधायकों ने एकस्वर से फड़नवीस के नाम पर सहमति जतायी। इसके बाद फड़नवीस काे नेता चुने जाने की घोषणा की गयी।

नेता चुने जाने के बाद श्रीमती सीतारमण, रूपाणी, चंद्रकांत पाटिल, मुनगंटीवार, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े आदि नेताओं ने फड़नवीस का अभिनंदन किया और उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री होने की बधाई दी। फड़नवीस ने भी विनम्रता पूर्वक सबका आभार ज्ञापन किया।

सूत्रों के अनुसार महायुति सरकार का शपथग्रहण समारोह गुरुवार को आजाद मैदान में होने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के साथ शिवसेना एवं राकांपा से दो उप मुख्यमंत्री भी शपथ ले सकते हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से महायुति को 230 सीटें प्राप्त हुईं हैं जिनमें से भाजपा ने 132 सीटें जीती है, तो एकनाथ की अगुवाई वाली शिवसेना को 57 और अजीत पवार की राकांपा को 41 सीटें मिली हैं। इस तरह भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और इस बार मुख्यमंत्री पद भाजपा को स्वाभाविक रूप से मिलना तय हुआ है।